'मिशन शक्ति' को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संदेश की चुनाव आयोग जांच करेगा। संबोधन को लेकर विपक्षी दलों ने आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग ने मामले की जांच के लिए अफसरों की एक कमेटी गठित कर दी है।
इससे पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा और पीएम की घोषणा को आचार संहिता का उल्लंघन बताया। इसके साथ ही येचुरी ने पूछा कि क्या चुनाव आयोग को इस बात की जानकारी थी? वहीं, ममता बनर्जी और उपेंद्र कुशवाह ने भी इस पर ऐतराज जताते हुए चुनाव आयोग से पूछा है कि आखिर पीएम को इसकी घोषणा करने की इजाजत क्यों दी गई।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को लिखे पत्र में येचुरी ने कहा, ‘मैं आपका ध्यान चुनाव प्रचार के दौरान वैज्ञानिकों की सफलता की घोषणा पीएम द्वारा किए जाने की ओर दिलाना चाहता हूं। ऐसे मिशन के बारे में इससे जुड़े हुए वैज्ञानिक या फिर डीआरडीओ देश को जानकारी देते हैं। लेकिन यहां पर जानकारी पीएम मोदी ने दी।‘
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार हैं। ऐसे में चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद उनको इसकी इजाजत कैसे दी जा सकती है। यह सीधे तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है।
'क्या चुनाव आयोग को इसकी जानकारी थी'
सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग से ये सवाल किया है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संदेश के बारे में चुनाव आयोग को पता था। क्या चुनाव आयोग ने नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की इजाजत दी थी। देश जानना चाहता है कि आखिर चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की इजाजत कैसे दी जबकि जब लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है और चुनाव आचार संहिता लागू है।
टीएमसी ने कहा कि यह राजनीतिक घोषणा
वहीं, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मिशन शक्ति एक राजनीतिक घोषणा है। इसकी घोषणा वैज्ञानिकों को करनी चाहिए थी। इसका श्रेय उन्हें दिया जाना चाहिए तो आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मिशन शक्ति की सफलता का श्रेय अंतरिक्ष अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों को जाता है।
मिशन शक्ति की जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि भारत ने आज अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के रूप में दर्ज करावाया है। अभी तक दुनिया के तीन देश को यह उपलब्धि हासिल है भारत चौथा देश बना है।