देहरादून की एक कोर्ट ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी को पत्नी अनुपमा गुलाटी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई है। राजेश को 7 साल पुराने मर्डर केस में आईपीसी की धारा 302, हत्या और 201, सबूत मिटाने के आरोपों के तहत दोषी करार दिया।
Dehradun: Rajesh Gulati sentenced to life imprisonment in Anupama Gulati murder case.
— ANI (@ANI) September 1, 2017
राजेश पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। साथ ही न्यायाधीश ने उसके बच्चों की परवरिश के लिए 14 लाख 30 हजार रुपये देने का भी आदेश दिया। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी सात साल पहले 2010 में राजेश ने अपनी पत्नी अनुपमा की बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्यारे पति ने लाश के कई टुकड़े कर उसे दो महीने तक फ्रीजर में छिपा के रखा था। दिल दहला देने वाली इस वारदात को देहरादून के लोग डीप फ्रीजर कांड के नाम से जानते हैं।
बताया जाता है कि राजेश की प्रेमिका को लेकर दंपति के बीच अक्सर झगडे होते थे। 17 अक्टूबर, 2010 की रात को दोनों में झगडे के दौरान अनुपमा का सिर पलंग से टकरा गया और वह बेहोश हो गयी जिसके बाद राजेश ने तकिये से गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के अगले दिन राजेश ने डीप फ्रीजर खरीदा और उसमें अनुपमा की लाश को छुपा दिया। बाद में उसने एक आरी से अनुपमा के शव को काट दिया और उन्हें पालीथीन में भरकर धीरे-धीरे मसूरी रोड पर नाले में फेंकता रहा। इस हत्याकांड का खुलासा 11 दिसंबर, 2010 को घटना के करीब दो माह बाद हुआ था, जब डीप फ्रीजर से अनुपमा के शव के कुछ टुकड़े बरामद हुए।