दिल्ली में पीडीएस स्कीम के तहत राशन की अब सीलबंद पैकेट में होम डिवीलरी की जाएगी। यानी पीडीएस से मिलने वाले आटे, चावल, चीनी के लिए जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी। यह फैसला दिल्ली कैबिनेट ने चोरी पर लगाम लगाने के लिए लिया है। इसे अब एलजी की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया,' गरीबों के नाम पर बांटे जाने वाले राशन की चोरी आम है। ऐसे में होता ये है कि गरीबों तक उनके हिस्से का राशन नहीं पहुंचता है। इसे रोकने के लिए होम डिलीवरी का फैसला लिया गया है। पीडीएस स्कीम के तहत राशन लेने वालों को अब सीलबंद पैकेट में राशन दिया जाएगा।' सरकार की इस कोशिश का मकसद है कि गरीबों के राशन में कोई घपला न हो। राशन लेने वालों को अब घर पर ही राशन मिल सकेगा। इससे अनाज की चोरी पर रोक लगेगी और गरीबों का हक उन्हें आसानी से मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि एलजी साहब से अपील करूँगा कि अफसरों के कमेंट को हर्डल न बनने दें। ये गरीबों की रोटी का सवाल है।
Delhi government has taken a decision that the beneficiaries who avail the Ration PDS scheme, will be given ration in sealed packets & the ration will be delivered to their houses: Manish Sisodia, Deputy CM of Delhi. pic.twitter.com/4qrHYBK0vf
— ANI (@ANI) March 6, 2018
सिसोदिया ने कहा कि होम डिलीवरी का फैसला राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून 2013 के तहत लिया गया ताकि राशन का फायदा लाभार्थियों तक पहुंच सके। राशन कार्ड धारक की आधार आधारित पहचान सुधार की दिशा में अच्छा कदम था लेकिन लाभार्थियों को कई समस्याओँ का सामना करना पड़ रहा था। दूसरे केंद्र सरकार के उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने पूछा था कि यह सुनिश्चित किया जाए कि राशन की डिलीवरी लाभार्थियों तक पहुंचे तथा वृद्ध और विकलांग आदि को कोई परेशानी न हो। इस फैसले से मिलावट और दुकान खुलने का चक्कर खत्म होगा। इसके लिए टेंडर के जरिए प्राइवेट कंपनी हायर की जाएगी। वही पैकेजिंग और डिस्ट्रिब्यूशन करेगी। भ्रष्टाचार खत्म होगा और पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा।