प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कार्डियोलॉजिस्ट और मेदांता मेडिसिटी अस्पताल के एमडी डॉक्टर नरेश त्रेहान के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मामला दर्ज किया है। ईडी ने मेदांता अस्पताल के लिए भूमि आवंटन के संबंध में पीएमएलए के तहत उनके और 15 अन्य लोगों के खिलाफ मामले में रिपोर्ट दर्ज की है।
आरटीआइ कार्यकर्ता रमन शर्मा ने याचिका के माध्यम से डाक्टर नरेश त्रेहन सहित 52 लोगों के ऊपर मेदांता मेडिसिटी प्रोजेक्ट के मामले में गड़बड़ी करने के आरोप लगाए हैं। वहीं, डॉ. नरेश त्रेहन ने आरोपों को पूरी तरह नकारा है।
आवंटन में किया गया सरकारी नीति का दुरुपयोग
गुरुग्राम निवासी रमन शर्मा ने आरोप लगाया है कि मेडिसिटी परियोजना के लिए जमीन का आवंटन त्रेहान, सुनील सचदेवा, अतुल पुंज और ए. जैन को कानून का उल्लंघन करते हुए और सरकारी नीति का दुरुपयोग करते हुए किया गया था, जिससे उन्हें आर्थिक लाभ हुआ। याचिका में डॉ. नरेश त्रेहन और उनके सभी साझेदार के खिलाफ भ्रष्टाचार और मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की मांग की गई थी।
अदालत के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर
अधिकारियों ने कहा कि सेक्टर 38 में एक 'मेडिसिटी' के लिए 53 एकड़ जमीन आवंटन में कथित अनियमितता को लेकर मालिबू टाउन निवासी रमन शर्मा की शिकायत पर अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अश्विनी कुमार के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इसके लिए 2004 में स्थानीय लोगों को वहां से हटाया गया था। यह मामला गुरुग्राम सदर पुलिस स्टेशन में शुक्रवार को दर्ज किया गया था। एफआईआर पीएमएलए, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कई प्रासंगिक धाराओं के तहत दर्ज की गई थी।