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तुगलकाबाद: गैस रिसाव के कारण दो स्कूलों के 310 विद्यार्थी बीमार, चीन से आया था कंटेनर

राजधानी दिल्ली के तुगलकाबाद में आज एक कंटेनर डिपो से गैस लीक होने पर भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में आने से रानी झांसी सर्वोदय कन्या विद्यालय और गवर्मेंट गर्ल्स स्कूलों की 310 छात्राएं बेहोश हो गईं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले की जांच में जुटे डीसीपी रोमिल बनिया ने बताया कि यह कंटेनर चीन से आया था।
तुगलकाबाद: गैस रिसाव के कारण दो स्कूलों के 310 विद्यार्थी बीमार, चीन से आया था कंटेनर

 

राहत-बचाव कार्य जारी

गैस लीक की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड, पुलिस और एंबुलेंस की गाड़ियां मौके पर पहुंची और तेजी से मामले की जांच शुरू कर दी। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने बताया कि रिसाव होने के बाद गैस तेजी से फैल गई, जिसकी चपेट में आने से कई छात्राएं बेहोश हो गई। गैस स्कूल के पीछे मौजूद कंटेनर डिपो से लीक हुई।

घटनास्थल पर पहुंचे मनीष सिसोदिया ने कहा, तुगलकाबाद में एक कंटेनर डिपो से गैस का रिसाव हुआ था, पास के सरकारी स्कूल में बच्चों को काफी प्रॉब्लम हुई। स्टूडेंट्स ने आंखों में जलन की शिकायत की थी, उन्हें पास के 3 बड़े अस्पतालों में एडमिट करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि मेरी छात्राओं और डॉक्टरों से बात हुई है। सबकी हालत सामान्य है। कंटेनर डिपो से गैस लीक होने के मामले की जांच के लिए डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को कहा है। स्कूल में एक एग्जाम होना था, लेकिन इस घटना के चलते उसे कैंसल कर दिया गया है। 

मामले की जांच में जुटी एनडीआरएफ की अन्वेषण इकाई ने जांच पूरी कर ली है। इन्वेस्टिगेशन विंग के हेड श्रीनिवासन ने कहा कि ये एक बायो केमिकल था, जिसका कंसाइनमेंट चाइना से आया था, जो सोनीपत के लिए जाना था। इसी बायोकेमिकल के रिसाव से ये हादसा हुआ, फिलहाल कंटेनर सोनीपत पहुँच चुका है। उन्होंने कहा कि केमिकल का इस्तेमाल पेस्टिसाइड्स को बनाने के लिए होता है उसी में से एक ड्रम में लीकेज हुआ था, फिलहाल कंटेनर डिपो में जहाँ पर केमिकल लीकेज हुआ था उस जगह को सुरक्षित कर लिया गया है अब चिंता की कोई बात नहीं है।

चीन से इंपोर्ट किया था कंटेनर

डीसीपी रोमिल बनिया ने बताया कि तुगलकाबाद डिपो के कस्टम एरिया से कुछ केमिकल लीकेज हुआ, जिसकी चपेट में आने से नजदीक के स्कूली छात्राओं ने आंख में जलन की शिकायत की। डीसीपीने बताया, मौके पर पुलिस,एनडीआरएफ, कैट्स और एम्बुलेंस पहुंच गई थीं। खतरनाक पदार्थ को ठीक तरह से संभाला नहीं गया। ये पूरी तरह से लापरवाही का मामला है।

डीसीपी ने बताया कि डिपो के जिस कंटेनर से धुआं निकला, वो इंडस्ट्रियल यूज के लिए चीन से इंपोर्ट किया गया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया कि 200 बच्चे और 9 टीचर्स को नजदीकी 3 अस्पताल में भर्ती किया गया है। किसी की भी हालत सीरियस नहीं है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, डीसीपी ने बताया कि पहले से बेहतर महसूस करने वाले छात्रों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।

दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुबह करीब सात बजकर 35 मिनट पर गैस रिसाव से संबंधित खबर मिली थी और इसके बाद संबंधित जगह पर सात दमकल गाडि़यां भेज दी गईं। घटना के बाद एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंचकर गई है। 

छात्रों की हालत बेहतर

स्कूल की वाइस प्रिंसिपल रेणु रामपाल ने कहा कि जैसे ही बच्चों ने आंखों में जलन की शिकायत की, उन्हें तुरंत स्कूल के ग्राउंड में लाया गया। इसके बाद पुलिस और एम्बुलेंस की मदद से उन्हें तुरंत 3 हॉस्पिटल्स में भर्ती कराया गया। बच्चों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है, लेकिन बच्चों को अभी भी जांच के लिए हॉस्पिटल में रखा गया है।

स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने केंद्र सरकार के सभी अस्पतालों को दिल्ली गैस लीक की घटना के सभी पीड़ितों की मदद के लिए तैयार होने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी प्रार्थनाएं बच्चों और परिवारों के साथ हैं।

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