आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में केमिकल गैस लीकेज के कारण मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। गैस लीकेज से 1,000 लोगों के बीमार होने की आशंका है। हादसे के बाद नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंच गई है और उसने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) के अधिकारियों की बैठक बुलाई है। उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी से फोन पर बात की और यथासंभव सहायता देने का भरोसा दिलाया। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि वे और केंद्र सरकार विशाखापत्तनम की घटना पर नजर रखे हुए है।
पीएमओ ने हालात का जायजा लिया
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि विशाखापत्तनम के हादसे के संबंध में पीएम ने आज एनडीएमए की बैठक बुलाई। उन्होंने अधिकारियों से आपदा प्रबंधन के लिए समुचित नीति बनाने के बारे में बात की। मोदी ने ट्वीट करके कहा कि वह विशाखापत्तनम की घटना पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय और एनडीएमए के अधिकारियों से बातचीत की। पीएम ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रेड्डी से बात की और उन्हें हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
अमित शाह ने कहा- केंद्र निगरानी कर रहा
इस बीच, अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार हादसे की निगरानी कर रही है। गृहमंत्री ने हादसे को विचलित करने वाली घटना बताई। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से भी बात की और हालात का जायजा लिया।
आंखों में जलन और सांस में तकलीफ की शिकायत
इस दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई हैं। गैस लीकेज के बाद आसपास के क्षेत्र में लोगों को आंखों जलन और सांस लेने में तकलीफ होने पर 200 लोगों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। वेस्ट जोन की एसीपी स्वरूपा रानी ने बताया कि फैक्ट्री से केमिकल गैस लीकेज के बाद यह करीब तीन किलोमीटर के दायरे में फैल गई।
पांच गांवों के लोग प्रभावित
इस घटना के बाद गांव में लोग घबराकर इधर-उधर भागते दिखाई दिए। तीन किलोमीटर के दायरे में पांच गांवों में गैस फैलने की खबर है। स्थानीय लोगों के अनुसार कई लोग जमीन पर बेहोश पड़े हैं। यह घटना गोपालपत्तनम के निकट नायडूथोटा क्षेत्र में हुई है।