डेटा लीक होने के बाद सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक को भारत सरकार ने नोटिस भेजा है। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्रालय की तरफ से भेजे गए इस नोटिस का जवाब सात अप्रैल तक देने के लिए कहा गया है। इस नोटिस में फेसबुक से कहा गया है कि वह इस बात की जानकारी दे डेटा के दुरुपयोग को रोकने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठा रहा है।
Ministry of Communications and Information Technology has sought information from Facebook over alleged data leak, and has sought details by 7th April. pic.twitter.com/lTyFNbRDam
— ANI (@ANI) March 28, 2018
सरकार ने नोटिस में फेसबुक से पांच सवाल किए हैं। मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि फेसबुक से डेटा के दुरुपयोग के बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है। इस लिए यह नोटिस जारी किया गया है। मंत्रालय ने पूछा है कि क्या कैंब्रिज एनालिटिका या किसी अन्य डाउनस्ट्रीम इकाई ने भारतीय मतदाताओं के निजी डेटा का इस्तेमाल किसी भी तरीके से किया है और यदि हां तो इसका इस्तेमाल कैसे किया गया है। फेसबुक से यह भी कहा गया है कि वह इस बात की भी जानकारी दे कि क्या कंपनी या उससे जुड़ी या डाउनस्ट्रीम एजेंसियों ने फेसबुक के डेटा का इस्तेमाल भारतीय चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी के लिए किया है।
Whether personal data of Indian voters&users has been compromised by CA? Whether Facebook or its related or downstream agencies utilising Facebook’s data have previously been engaged by any entities to manipulate the Indian electoral process?
— ANI (@ANI) March 28, 2018
अगर फेसबुक से लिए गए डेटा का दुरुपयोग किया गया है तो इस मामले में सुरक्षा के क्या प्रबंध है। इसके अलावा इस बात की भी जानकारी देने को कहा गया है कि निजी डेटा को सुरक्षित रखने के लिए फेसबुक ने क्या विशेष कदम उठाने की योजना बनाई है। नोटिस में पूछा गया है कि फेसबुक के सबसे ज्यादा यूजर भारत में ही हैं इसलिए थर्ड पार्टी द्वारा इसका गलत इस्तेमाल नहीं हो इसके लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
पिछले हफ्ते सरकार ने डाटा दुरुपयोग के मामले में क्रैंब्रिज एनालिटिका को नोटिस जारी किया था। कंपनी को 31 मार्च तक इस नोटिस का जबाव देने को कहा गया है, हालांकि अभी तक सरकार को कंपनी न कोई जबाव नहीं दिया है।