दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी पर नजर रख रही है और ‘‘हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार’’ है।
केजरीवाल ने कहा कि पिछले चार-पांच दिन में संक्रमण से तीन मरीजों की मौत हुई है और ये लोग पहले से ही किसी ‘‘अत्यंत गंभीर’’ बीमारी से ग्रसित थे। उन्होंने कहा कि आकलन में पता चला है कि संक्रमित लोगों की मौत अन्य गंभीर बीमारियों के कारण हुई और उनकी मौत का मुख्य कारण कोविड नहीं था, लेकिन इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।
केजरीवाल ने कोविड संबंधी हालात पर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि चिंता करने की अभी कोई आवश्यकता नहीं है और शहर की सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार कोविड-19 संबंधी स्थिति पर नजर रखे हुए है और वह किसी भी प्रकार की स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है।’’
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 295 नए मामले सामने आए थे और संक्रमण की दर 12.48 प्रतिशत रही।
दिल्ली में पिछले साल 31 अगस्त के बाद एक दिन में सबसे अधिक 300 मामले बुधवार को सामने आए थे और दो लोगों की मौत हुई थी। संक्रमण दर 13.89 प्रतिशत दर्ज की गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो नमूने कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, उन्हें जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जा रहा है, ताकि किसी भी नए स्वरूप के बारे में समय पर पता लग सके।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण के एक्सबीबी1.16 उप स्वरूप के मामले अधिक हैं। उन्होंने कहा कि सामने आए कुल मामलों में से 48 प्रतिशत मामले इस उप स्वरूप के हैं, जो आसानी से फैलता है, लेकिन इतना गंभीर नहीं है।
केजरीवाल ने टीकाकरण को लेकर कहा कि दिल्ली में सभी व्यस्कों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है और 18 वर्ष से कम आयु के लगभग सभी पात्र लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों को कोरोना वायरस के मरीजों के लिए पृथक वार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अस्पताल में अभी के लिए पर्याप्त बिस्तर, एम्बुलेंस, ऑक्सीजन और भंडारण क्षमता है।’’
केजरीवाल ने कहा, ‘‘हमारे पास कोविड के मरीजों के लिए 7,986 बिस्तर हैं। इनमें ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा से युक्त बिस्तर और आईसीयू (सघन चिकित्सा इकाई) के बिस्तर शामिल हैं। अब तक केवल 66 बिस्तरों पर ही मरीज हैं।’’ उन्होंने मास्क के इस्तेमाल संबंधी नियमों से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि केंद्र ने अभी कोई नए दिशा-निर्देश जारी नहीं किए हैं और ‘‘हमें जब भी निर्देश मिलेंगे, हम उसी के अनुसार कदम उठाएंगे।’’
केजरीवाल ने कहा, ‘‘हमने सीवेज (मल जल प्रणाली) से लिए गए नमूनों की भी जांच कराई थी और फरवरी के मध्य तक संक्रमित पाए गए नमूनों की संख्या शून्य थी, लेकिन पिछले 15 दिन में कुछ नमूने संक्रमित पाए गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि सरकार के पास आरटी-पीसीआर जांच के लिए पर्याप्त क्षमता है। उन्होंने कहा कि सरकारी प्रयोगशालाओं के पास प्रतिदिन चार हजार नमूनों की जांच करने की क्षमता है और निजी केंद्रों में एक लाख नमूनों की जांच की जा सकती है।
केजरीवाल ने कहा कि हवाई अड्डे पर दो प्रतिशत यात्रियों की क्रमरहित तरीके से जांच की जा रही है। पिछले कुछ महीनों से दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में कमी आई थी और कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के बाद 16 जनवरी को ऐसा पहली बार हुआ था, जब राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण का एक भी नया मामला सामने नहीं आया था।
दिल्ली में संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 20.06 लाख रुपए हो गई है, जिनमें से 26,526 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में इस समय 932 संक्रमित मरीज उपचाराधीन हैं।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘15 मार्च को दैनिक मामलों की संख्या 42 थी और 15 दिन में बढ़कर 295 हो गई।’’ उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिन में जिन तीन लोगों की मौत हुई, उनमें से दो दिल्ली निवासी नहीं थे।