वृद्धावस्था से जुड़ी समस्याओं के चलते कुछ समय से बीमार स्वामी ने आज शाम छह बजे अंतिम सांस ली। उनका सारंगपुर मंदिर में इलाज चल रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार्मिक गुरु को यह कहते हुए श्रद्धांजलि दी कि वह मेरे मार्गदर्शक थे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सोनिया ने कहा कि वह अपने पीछे एक समृद्ध विरासत छोड़ गए हैं। देश और मानवता ने एक संत खो दिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी स्वामी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि करुणा और सेवा का उनका संदेश एक प्रेरणा बना रहेगा।
स्वामी महाराज में देश-विदेश में स्वामीनारायण संप्रदाय के दो हजार से अधिक मंदिर बनवाए हैं जिनमें दिल्ली का अक्षरधाम मंदिर भी शामिल है। उन्होंने सैकड़ों युवाओं को स्वामीनारायण संस्था में सत बनाया। उन्होंने 95 वर्ष की आयु में देह त्याग किया। (एजेंसी)