कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली, यूपी और हरियाणा सीमा से लगे इलाकों में लॉकडाउन कर दिया गया है। बावजूद इसके दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे, नोएडा और दिल्ली गाजियाबाद बार्डर पर भारी जाम की स्थिति बनी रही। मौजूद पुलिसकर्मियों ने आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को जाने की इजाजत दी, इनमें डॉक्टर अस्पताल से जुड़ा स्टाफ पुलिसकर्मी स्टाफ आदि शामिल है। हालांकि कई जगह लोगों ने पुलिस पर परेशान करने और पैसे लेने के आरोप भी लगाए।
गुरुग्राम से दिल्ली स्थित करोल बाग के एक अस्पताल जा रहे डॉ. प्रदीप सिंगला ने कहा , "दिल्ली जाने वाली गाड़ियों को रोका जा रहा है। गुरुग्राम समेत कई शहरों में लॉक डाउन है लेकिन यहां मौजूद लोगों की भीड़ को देखते हुए ऐसा लगता है कि कई लोग इस लॉक डाउन का न तो सम्मान कर रहे हैं और न ही यह लोग कोरोना जैसे भयंकर संक्रमण को गंभीरता से ले रहे हैं।" डॉक्टर सिंगला ने कहा ने कहा, "आज के समय में जिस प्रकार की भीड़ गुड़गांव बॉर्डर पर लगी है वह कोरोना संक्रमण के लिहाज से काफी खतरनाक है।"
एंबुलेस भी फंसी रही
मौके पर मौजूद गुरुग्राम के एक सरकारी कर्मचारी देवेंद्र सांगवान ने कहा, "लोगों के इस तरह दिल्ली गुरुग्राम बॉर्डर पर एकत्र होने के कारण बॉर्डर पर आधा घंटा तक एक एंबुलेंस फंसी रही। पुलिसकर्मियों के प्रयास करने पर बड़ी मुश्किल से एंबुलेंस को रास्ता दिया जा सका।"
वहीं, दिल्ली में लॉक डाउन का असर दिखाई नहीं दिया। बाहरी दिल्ली के नांगलोई, पश्चिम विहार, विकासपुरी, मुंडका, पीरागढ़ी, जनकपुरी और जनकपुरी लोग नियमों का उल्लंघन करते दिखाई दिए। लॉकडाउन स्थिति में केवल आवश्यक सामान बेचने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति है, लेकिन यहां सैलून, आटो रिपेयर और पान की दुकानें सुबह से खोली गई। इसके अलावा ई-रिक्शा वगैरा को भी देखा गया।
लोगों को जानकारी न होने से लगा जामः पुलिस
गाजियाबाद के एसपी सिटी मनीष मिश्रा आउटलुक को बताया कि बार्डर पर सुबह के समय जाम की स्थिति बनी थी क्योंकि बागपात या हापुड़ से आए व्यक्ति को इसकी जानकारी नहीं थी। सड़कों पर भी लोग कल जनता कर्फ्यू के चलते ज्यादा आ गए। सभी को समझाया जा रहा है। पुलिस पर लगे आरोपो को उन्हें बेबुनियाद बताते हुए कहा कि किसी को तंग नही किया जा रहा है।
बता दें कि दिल्ली, हरियाणा और उत्तरप्रदेश तीनों ही राज्यों ने दिल्ली और इससे सटे इन इलाकों में लॉक डाउन घोषित किया है। तीनों राज्य सरकारों ने लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी है।
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