मुख्य आर्थिक सलाहकर के पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद सुब्रमण्यन ने बुधवार को कहा कि उनके लिए यह अब तक का सबसे अच्छा काम रहा है। उन्होंने आगे कहा, मैंने अभी तक जो भी जॉब की या भविष्य में जहां भी करूंगा, यह मेरा सबसे अच्छा अनुभव रहा।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अरविंद ने कहा, मैं अपने साथ इस कार्यकाल के दौरान के यादगार पल लेकर जा रहा हूं। उन्होंने कहा, मैं देश के लिए भविष्य में भी काम करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहूंगा।
इस्तीफे के ऐलान के बाद अरविंद सुब्रमण्यन ने मीडिया से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं। इस दौरान उनके कार्यकाल के अंतिम दिन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अभी अंतिम तारीख तय नहीं हुई है। वहीं, इस बीच ये पूछे जाने पर कि क्या नोटबंदी की घोषणा के दौरान वह दिल्ली में ही थे, तो उन्होंने कहा, हां उस दौरान वह दिल्ली में ही मौजूद थे।
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही उनके उत्तराधिकारी को चुनने के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी, देखते हैं कि यह कैसे होता है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से अरविंद सुब्रमण्यन के फाइनेंस मिनिस्ट्री छोड़ने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुब्रमण्यन 'पारिवारिक जिम्मेदारियों' के कारण अमेरिका लौट रहे हैं।
सुब्रमण्यन को 16 अक्टूबर 2014 को वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया था। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए हुई थी। 2017 में उनका कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया गया था।