अपने नजदीकी मेट्रो स्टेशन के नाम को लेकर आईआईटी दिल्ली ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। आईआईटी दिल्ली के पास के मेट्रो स्टेशन का नाम एक कोचिंग इंस्टिट्यूट पर रखा जा रहा है। इसके विरोध में आईआईटी ने हाईकोर्ट से गुहार लगाई है। नवनिर्मित मजेंटा लाइन पर बने इस मेट्रो स्टेशन की शुरुआत 28 मई से होनी है।
DMRC से भी की मांग
देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान की दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) से मांग है कि कोचिंग इंस्टिट्यूट फिटजी (FIITJEE) के नाम पर रखे जाने के फैसले को वापस लिया जाए। सफदरजंग डेवेलपमेंट एरिया के पास नए मेट्रो स्टेशन का नाम फिटजी प्रस्तावित है। शुक्रवार को जस्टिस राजीव शकधर से डीएमआरसी और फिटजी से इसके संबंध में जवाब मांगा है।
क्या है आईआईटी दिल्ली का तर्क
आईआईटी दिल्ली का तर्क है कि आईआईटी मेट्रो स्टेशन की ब्रांडिंग फिटजी के तौर पर करने पर लोगों की गलत धारणा बन सकती है। इससे लोगों को यह भ्रम हो सकता है कि आईआईटी दिल्ली और फिटजी आपस में एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। आईआईटी दिल्ली में इंजीनियरिंग की पढ़ाई होती है और इसमें दाखिला आईआईटी जेईई की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के द्वारा होता है। फिटजी एक प्राइवेट कोचिंग इंस्टिट्यूट है जहां इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए तैयारी कराई जाती है।
सरकार तक पहुंचाई थी अपनी बात
दिल्ली हाईकोर्ट जाने से पहले आईआईटी ने इस मुद्दे को केंद्र सरकार से सुलझाने की कोशिश की। शहरी आवास मंत्रालय और केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के साथ इस मुद्दे को आईआईटी प्रशासन उठा चुका है। हालांकि, आईआईटी दिल्ली को इस मुद्दे पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया मंत्रालयों से नहीं मिली।