केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को रमजान और जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में लिए गए हालिया फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान सरकार ने सीजफायर नहीं किया बल्कि ऑपरेशन निरस्त किया है।
दरअसल, राजनाथ केंद्र की मोदी सरकार के चार वर्षों का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए लखनऊ में कहा कि जम्मू-कश्मीर में सरकार की तरफ से किसी तरह के सीजफायर की घोषणा नहीं की गई, बल्कि रमजान के पवित्र महीने को देखते हुए केवल ऑपरेशन निरस्त कर दिए गए। हालांकि इस दौरान स्पष्ट रूप से यह जरुर कहा गया था कि अगर कोई आतंकवादी गतिविधि होती है तो हम फिर से ऑपरेशन शुरू करेंगे। उन्होंने कहा, हमने अपने सुरक्षाबलों के हाथ बंधे नहीं हैं। जब हमले हुए तो हमारी सेना ने 5 आतंकवादियों को ढेर कर दिया।
सीमा पर होगा रोशनी का इंतजाम
आतंकियों द्वारा अंधेरे का लाभ उठाने से जुड़े सवाल पर केंद्रीय गृह मंत्री ने बताया कि सीमा पर फ्लड लाइट्स का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इससे देश की सीमा में आतंकवादियों के घुसपैठ पर लगाम लगेगी।
'सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन'
मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए एक सवाल के जवाब में राजनाथ ने कहा कि आतंकवादी घटना होने पर सेना के हाथ नहीं बंधे हैं। जरूरत पड़ने पर हर आतंकवादी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से 'सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन' किया गया है, सीजफायर नहीं।
सुरक्षा व्यवस्था में हुआ सुधार
राजनाथ सिंह ने कहा कि गृह मंत्रालय के अनुसार, देश में सुरक्षा व्यवस्था में काफी हद तक सुधार हुआ है। 1997 की तुलना में 2017 में सुरक्षा कर्मियों और नागरिकों की मौत में 96% की कमी आई है।
रमजान पर आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन न चलाएं: गृह मंत्रालय
गौरतलब है कि पिछले दिनों गृह मंत्रालय ने रमजान के पवित्र मौके पर जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी नहीं रखने के आदेश के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के फैसले का स्वागत वेलकम किया था। केंद्र सरकार ने बुधवार को रमजान माह के दौरान सुरक्षाबलों से ऑपरेशन रोकने की बात कही है।