भारतीय सेना के जवानों ने नए साल के मौके पर गलवान में राष्ट्रीय ध्वज फ़हराया, यह खबर तब आई है, जब यह दावा किया जा रहा है कि चीनी सैनिकों ने कुछ दिन पहले इसी क्षेत्र में अपना झंडा फहराया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सिक्योरिटी सूत्रों के हवाले से दो तस्वीरें जारी की हैं। तस्वीरों में सेना के 30 जवान तिरंगे के साथ नजर आ रहे हैं। जवान हथियार लिए हुए हैं। एक तिरंगा भारतीय चौकी पर लहरा रहा है और दूसरा तिरंगा जवानों के हाथों में है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने तिरंगा के साथ गर्व से खड़े भारतीय सैनिकों की तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा, '#NewYear2022 के मौके पर गलवान घाटी में भारतीय सेना के बहादुर जवान।
इससे पहले आई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी सरकार ने नए सीमा कानून को लागू करने से दो दिन पहले अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश में 15 स्थानों का "नाम बदलने" की मांग की थी। हालांकि, भारत सरकार ने पिछले गुरुवार को कहा कि उसने चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों का नाम "अपनी भाषा में" बदलने की रिपोर्ट देखी गयी है। सीमावर्ती राज्य हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहा है और हमेशा रहेगा। नाम बदलने से तथ्य नहीं बदलता है।
भारत और चीन दोनों देश शांति वार्ता स्थापित करने के लिए कई बैठकें कर चुका हैं, लेकिन कड़ाके के सर्दियों के दौरान पूर्वी लद्दाख में गतिरोध की खबरों से ये पता चलता है कि मामला शांत होता हुआ नहीं दिख रहा है।
भारत का कहना है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी पक्ष द्वारा यथास्थिति को बदलने और द्विपक्षीय समझौतों के उल्लंघन के एकतरफा प्रयासों से समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इसलिए चीनी पक्ष उचित कदम उठाए जिससे क्षेत्र में शांति बहाल हो सके।