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पीएम का कदम साहसिक लेकिन 2000 के नोट लाने की क्या जरूरत : गोविंदाचार्य

जाने-माने चिंतक केएन गोविंदाचार्य ने 1,000 और 500 रुपये के नोटों को बंद करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा की सराहना की और इसे साहसी कदम बताया, साथ ही यह सवाल भी किया कि 2000 रूपये के नये नोट जारी करने की क्या जरूरत थी ?
पीएम का कदम साहसिक लेकिन 2000 के नोट लाने की क्या जरूरत : गोविंदाचार्य

गोविंदाचार्य ने कहा,  कालाधन पर लगाम लगाने की दिशा में यह एक अच्छा कदम है। जिन संगठनों ने कालाधन के खिलाफ संघर्ष किया है, उनकी यह चिरप्रतिक्षित मांग थी। यह एक साहसी कदम है। उन्होंने कहा कि इस प्रयोग के बहुत से पहलू हैं और इसके परिणाम अभी सामने आने बाकी हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन यह समझ में नहीं आता है कि जब 1000 रूपये के नोट बंद कर दिये तो फिर 2000 रूपये के नये नोट जारी करने की क्या जरूरत थी ?

गोविंदाचार्य ने कहा कि इसके साथ ही विदेश में जमा भारतीयों के कालेधन को वापस लाने के विषय पर काम अभी बाकी है।

भाषा

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