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मैन्युप्लेटिड मीडिया: सरकार ने Twitter से जताई आपत्ति, कहा- जांच प्रक्रिया में नहीं दें दखल

केंद्र सरकार ने बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा की ओर से टूलकिट वाले ट्वीट को मैन्युप्लेटिड मीडिया यानी...
मैन्युप्लेटिड मीडिया: सरकार ने Twitter  से जताई आपत्ति, कहा- जांच प्रक्रिया में नहीं दें दखल

केंद्र सरकार ने बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा की ओर से टूलकिट वाले ट्वीट को मैन्युप्लेटिड मीडिया यानी गुमराह करने वाली पोस्ट करार देने पर ट्विटर से आपत्ति जताई है तथा ट्विटर से इस टैग को हटाने के लिए कहा गया है। सरकार का कहना है कि मामला कानून प्रवर्तन एजेंसी के समक्ष लंबित है, जो जांच सामग्री की सत्यता का निर्धारण करेगी ना कि ट्विटर। ट्विटर से जांच प्रक्रिया में दखल न देने को कहा गया है।

सरकार ने ट्विटर से साफ तौर पर कहा है कि वह इस तरह के टैग को हटाए, जिन्हें पूर्वाग्रह के तहत लगाया है। समानता और पक्षपात रहित माहौल और अवसर के लिए यह जरूरी है। सरकार की ओर से ट्विटर से कहा गया है कि उसकी भूमिका एक माध्यम के तौर पर है और इसके जरिए उसने फैसला देने का प्रयास किया है, जो गलत है। यह कार्रवाई ना केवल उपयोगकर्ताओं द्वारा विचारों के आदान-प्रदान की सुविधा के लिए एक तटस्थ और निष्पक्ष मंच के रूप में ट्विटर की विश्वसनीयता को कमजोर करती है, बल्कि ट्विटर की "मध्यस्थ" की स्थिति पर भी सवालिया निशान लगाती है।

आईटी मिनिस्ट्री की ओर से लिखे पक्ष में कहा गया है कि टूलकिट के मामले में संबंधित पक्षों की ओर से शिकायतें की गई हैं और कानूनी एजेंसियों की ओर से जांच की जा रही है। ऐसे में इस मामले पर ट्विटर की ओर से कोई फैसला देने गलत है। सरकार ने ट्विटर की इस कार्रवाई को पूर्वाग्रह, पूर्वानुमान और सोचे-समझी रणनीति का हिस्सा बताया है ताकि जांच को प्रभावित किया जा सके।

ट्विटर को लिखे पत्र में स्पष्ट तौर पर लिखा है, 'मंत्रालय ट्विटर के इस कदम को एकतरफा फैसला और जांच की उचित प्रक्रिया को प्रभावित करने वाला मानता है। यह अपने अधिकार से बाहर जाने जैसा है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।' हालांकि सरकार  नेने पत्र में संबित पात्रा के ट्वीट पर कंपनी के एक्शन का जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन उसके पत्र  से साफ है कि बीजेपी प्रवक्ता की पोस्ट को लेकर ही उसने यह बात कही है।

इससे पहले 18 मई को संबित पात्रा ने एक ट्वीट किया था, जिसमें कांग्रेस का लेटरहेड था और उसमें यह बताया गया था कि सोशल मीडिया पर किस तरह ट्वीट और जानकारी साझा करनी है। संबित पात्रा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि वो एक कथित टूलकिट के सहारे सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि बिगाड़ने का काम कर रही है। उनका कहना था कि कांग्रेस कुछ बुद्धिजीवियों की मदद से सरकार के खिलाफ माहौल बनाने का काम कर रही है। उनकी इसी पोस्ट को गुरुवार को ट्विटर ने मैन्युप्लेटिड मीडिया यानी गुमराह करने वाली पोस्ट करार दे दिया था।

बीते कई दिनों से बीजेपी की ओर से कथित टूलकिट को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला जा रहा है। वहीं कांग्रेस ने टूलकिट के आरोपों को फर्जी करार दिया है और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा समेत पार्टी के कई नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

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