यूपी के मथुरा स्थित नंदगांव के नंदबाबा मंदिर परिसर में कथित रूप से नमाज पढ़ने का मामला तूल पकड़ने के बाद सोमवार को एक आरोपी फैसल खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले मामले में दो लोगों सहित चार के खिलाफ मंदिर सेवायत ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
खबरों के अनुसार, फैसल खान और चांद मोहम्मद ने मंदिर में नमाज की पेशकश की जबकि दो अन्य - आलोक रतन और नीलेश गुप्ता ने उनकी तस्वीरें क्लिक कीं, जो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुईं। यह घटना 29 अक्टूबर को नंदगाँव के नंद बाबा मंदिर दोपहर करीब 12.30 बजे हुई।
एफआईआर रविवार रात मुकेश गोस्वामी, शिवहरि गोस्वामी और कान्हा की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई। प्राथमिकी के अनुसार, चारों दिल्ली के एक संगठन के सदस्य हैं जिन्हें 'खुदाई खिदमतगार' कहा जाता है।
प्राथमिकी में कहा गया है कि खान और मोहम्मद ने मंदिर अधिकारियों से अनुमति लिए बिना या उन्हें सूचित किए बिना नमाज़ की पेशकश की। एफआईआर में लिखा है, "उनके कृत्य से हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है। हमें चिंता है कि इन तस्वीरों का दुरुपयोग न हो या इस घटना के पीछे कोई विदेशी फंडिंग हो। यह भी जांचा जाना चाहिए कि क्या इस कृत्य का मकसद सांप्रदायिक तनाव फैलाना था।"
आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए, 295 और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने एहतियात के तौर पर इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया है।