मिजोरम में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) एसबी शशांक को हटा दिया गया है तथा नए सीईओ के लिए मुख्य सचिव से नया पैनल मांगा गया है। उन्हें लंबे समय से हटाने की मांग की जा रही थी।
सीईओ को हटाने की मांग राजधानी आइजवाल समेत कई शहरों में राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी की थी। 40 सीटों वाली मिजोरम विधानसभा के लिए इसी महीने की 28 तारीख को वोटिंग होनी है। निर्वाचन अधिकारी को हटाने की मांग के बीच चुनाव उपायुक्त की टीम जांच के लिए मिजोरम पहुंची थी। उन्होंने अपनी रिपोर्ट पेश की जिसके बाद आयोग ने सीईओ को हटाने का फैसला किया।
सिविल सोसायटी ने की थी हटाने की मांग
मिजोरम की सिविल सोसायटी के लोगों ने चुनाव आयोग से एसबी शशांक को हटाने और त्रिपुरा में शरणार्थी ब्रू समुदाय के लोगों को मिजोरम की सीमा में मतदान करने देने की मांग की थी। चुनाव आयोग ने दोनों ही मांगो को स्वीकार कर लिया है।
चुनाव आयोग ने मिजोरम के प्रधान सचिव ललनुनमाविया चुआउंगो को हटा दिया जिसके बाद एनजीओ कोर्डिनेशन कमिटी ने शशांक को हटाने की मांग की। शशांक ने आयोग में शिकायत की थी कि चुआउंगो चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ललथनहवला ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि लोगों का सीईओ एसबी शशांक पर से भरोसा उठ गया है जिन्हें फौरन पद से हटाना होगा।
28 नवंबर को मध्य प्रदेश में वोट डाले जाएंगे। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। पाचों राज्यों के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।