विहिप के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कोई कदम नहीं उठाया। पीएम पर विदेशों में मस्जिदों में जाने का समय तो है लेकिन रामलला दर्शन का नहीं।
मंगलवार को लखनऊ में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि भाजपा का नेतृत्व झूठा है। भाजपा सरकार के चार साल हो गए, लेकिन अभी तक कोई कानून नहीं बना। भाजपा ने जनता के साथ विश्वासघात किया है। राम मंदिर के लिए हमें तीसरे विकल्प की तलाश करनी होगी। उन्होंने सरकार के समक्ष मांग रखते हुए कहा कि संसद में कानून बनाकर काशी विश्वनाथ मंदिर, मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि और अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि हिंदुओं को सौंपी जाए।
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद का गठन करने वाले तोगड़िया ने कहा कि उन्होंने खुद राम मंदिर से जुड़े कानून का मसविदा तैयार किया है। सरकार अन्य कामों में व्यस्त है इसलिये उसे इस कानून को संसद में पारित कराना चाहिये। उन्होंने कहा कि आज वह अयोध्या जाकर इस मसविदे को ‘रामलला’ के चरणों में रखेंगे। अक्तूबर में वह और उनके संगठन के लोग लखनऊ से अयोध्या तक ‘अयोध्या मार्च‘ निकालेंगे।
प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के मसविदे पर हस्ताक्षर अभियान के तहत 20 करोड़ हिन्दुओं का समर्थन प्राप्त करेंगे। उसके बाद इसे मोदी सरकार के पास भेजा जाएगा, ताकि उसे संसद में पारित कराया जाए। उन्होंने कहा कि हमें ‘सबका साथ, सबका विकास‘ पर विश्वास नहीं है बल्कि ‘हिन्दू विकास‘ ही हमारा नारा है।
14 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव हारने के बाद प्रवीण तोगड़िया ने विश्व हिंदू परिषद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद नाम से एक नए संगठन की नींव रखी है।