गुजरात होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों पर जारी सियासी बवाल के बीच मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) अचल कुमार जोति ने सोमवार को संकेत दिए हैं कि हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजों से पहले गुजरात में चुनाव कराए जाएंगे। जोति ने ये भी कहा कि मौसम समेत कई कारण थे, इसी की वजह से हिमाचल प्रदेश में गुजरात से पहले चुनाव कराने का फैसला लेना पड़ा।
सीईसी अचल कुमार जोति ने सोमवार को विपक्ष के उस दावे को खारिज किया जिसमें कहा गया था कि चुनाव आयोग केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रहा है। चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि आयोग इस तरह की योजना पर विचार कर रहा है कि हिमाचल चुनाव नतीजों से पहले ही गुजरात में चुनाव हो जाएं ताकि इन नतीजों का असर गुजरात की वोटिंग पर नहीं हो। जोती ने कहा कि एक कारण यह भी है कि दोनों राज्य कई मायनों में अलग है और उन्हीं राज्यों के चुनाव साथ-साथ कराए जाते हैं, जो कहीं-न-कहीं एक-दूसरे से जुड़े हुए होते हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को मतदान होगा और 18 दिसंबर को मतगणना होगी। इस संबंध में सीईसी ने कहा कि वहां के स्थानीय प्रशासन और पार्टियों ने आयोग से गुजारिश की थी कि मध्य नवंबर से पहले ही वहां चुनाव हो जाएं तो मौसम के लिहाज से बेहतर रहेगा क्योंकि सर्दियां बढ़ाने पर तीन जिलों (किन्नौर, लाहौल स्पीति और चंबा) में बर्फबारी होने से चुनाव प्रक्रिया में बाधा आएगी। उन्होंने कहा, हम नहीं चाहते थे कि लोगों पर मौसम का असर पड़े और वे वोट न डाल पाएं।
Will plan schedule in Guj in such a way tht polling in Guj is ovr prior to HP result,so tht outcm of result doesn't affect voting in Guj:CEC
— ANI (@ANI) October 23, 2017
चुनाव आयुक्त ने कहा, हमने सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर दिए हैं। हमने किसी भी पार्टी को राज्य में अपनी रैलियों को करने से रोका नहीं है। हम किसी भी पार्टी के चुनाव प्रचार में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। कल प्रधानमंत्री गुजरात गए थे, आज राहुल गांधी गए हैं। हम किसी भी राजनीतिक दल को कोई प्राथमिकता नहीं दे रहे हैं।
अभी तक तारीखों के ऐलान नहीं करने की वजह बताते हुए सीईसी जोति ने कहा कि गुजरात के कई हिस्से अभी बाढ़ से प्रभावित हैं। वहां पर राहत कार्य चल रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में सरकारी मशीनरी लगी है। गुजरात सरकार के 26,443 कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी में लगाया जाएगा। ऐसे में जब यह राहत का काम पूरा हो जाएगा, उसके बाद ही इस स्टाफ को चुनावी ड्यूटी में लगाया जाएगा, क्योंकि अभी हमारे पास पर्याप्त स्टाफ नहीं है।
At a time when restoration work (Gujarat floods) is done,it involves a lot of government force: Chief Election Commissioner Achal Kumar Joti
— ANI (@ANI) October 23, 2017
बता दें कि हिमाचल में होने वाले चुनाव की तारीखों के ऐलान के समय कांग्रेस लगातार गुजरात की चुनाव तारीखें घोषित नहीं करने पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सोमवार को कहा कि आयोग को जल्द से जल्द चुनाव की तारीखें घोषित करनी चाहिए।