मशहूर क्लीनिकल वैज्ञानिक और ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (टीएचएसटीआई) की कार्यकारी निदेशक गगनदीप कंग ने निजी कारणों का हवाला देते हुए सोमवार को इस्तीफा दे दिया।
बता दें कि गगनदीप कंग को अंतर विषयी शोध के लिए जाना जाता है और उन्होंने भारत में बच्चों में संक्रमण के संचार, विकास और रोकथाम पर काफी शोध किया है। वह पहली भारतीय महिला हैं जिन्हें रॉयल सोसायटी लंदन का फेलो बनाया गया। वह वैश्विक कंसोर्टियम कॉलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस से जुड़ी हुई हैं जो कोरोना वायरस का संभावित टीका विकसित कर रहा है।
टीएचएसटीआई में पेशेवर विशेषज्ञ (विज्ञान संचार) सिउली मित्र ने बताया, ‘‘डॉ. कंग ने कार्यकारी निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है।’’ मित्र ने बताया कि कंग ने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है।
कोरोना पर कमेटी की प्रमुख थीं कांग
डॉ कांग का ये इस्तीफा तब आया है जब कोविड-19 से जुड़ी एक कमेटी को 2 महीने पहले भंग कर दिया गया था। डॉ कांग इस कमेटी की प्रमुख थीं, इस कमेटी को कोरोना के लिए देशी दवा विकसित करने को कहा गया था। इनका इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब भारत कोरोना के खिलाफ एक मुश्किल और लंबी जंग लड़ रहा है।
इन बीमारियों का वैक्सीन बनाने में अहम रोल
रोटा वायरस वैक्सीन विकसित करने के अलावा डॉ कांग ने कोरोना और टाइफाइड पर भी काफी काम किया है। इन बीमारियों का वैक्सीन बनाने में उनका अहम रोल रहा है। डॉ कांग विश्व स्वास्थ्य संगठन, इंटरनेशनल वैक्सीन इंस्टीट्यूट के साथ भी काम कर चुकी हैं।