दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में गुरुवार को एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान सलमान के रूप में हुई है। बता दें कि दिल्ली हिंसा के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या कर दी गई थी। इंटरसेप्शन के बाद पुलिस की स्पेशल सेल ने सलमान को गिरफ्तार किया है। फिलहाल, उससे पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के मामले की क्राइम ब्रांच ने बुधवार को इरशाद, आबिद और शाहदाब को गिरफ्तार किया था। ये सभी मुस्तफाबाद के रहने वाले हैं। गिरफ्तार किए गए ये तीनों लोग 24 फरवरी को आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा हत्याकांड के दौरान 'आप' के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के साथ थे और उनके बहुत करीबी बताए जाते हैं। इससे पहले अंकित शर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने पार्षद ताहिर हुसैन को भी गिरफ्तार किया था। उनका नाम एफआईआर में था।
अमित शाह बोले- एसआईटी को अहम सुराग हाथ लगे हैं
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में खुलासा किया था कि आईबी के अफसर अंकित शर्मा की हत्या की जांच में जुटी एसआईटी को अहम सुराग हाथ लगे हैं। एसआईटी को वह वीडियो हाथ लग गया है, जिसमें अंकित शर्मा की हत्या के राज छुपे हैं। यह वीडियो एक आम नागरिक ने भेजा है।
दिल्ली हिंसा के दौरान मिली थी लाश
आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा, उत्तर पूर्वी दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहते थे। यहां हिंसा के दौरान उन पर चाकू से हमला किया गया था। अंकित की मौत चाकू लगने और बुरी तरह से पीटे जाने से हुई थी। अंकित शर्मा का शव 26 फरवरी को चांदबाग में नाले से मिला था। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया, जिसके बाद उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार हुआ था।
ताहिर हुसैन पर लगा था आरोप
अंकित के पिता और भाई ने आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन पर अंकित शर्मा की हत्या का आरोप लगाया था। अंकित के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन के समर्थक अंकित को खींचकर ले गए और उनकी हत्या करने के बाद शव को नाले में फेंक दिया।
आरोप के बाद ताहिर को आम आदमी पार्टीने निकाला
दिल्ली पुलिस ने अंकित के भाई और पिता के बयान के आधार पर पार्षद ताहिर हुसैन पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, ताहिर हुसैन पर हिंसा भड़काने और हिंसा में शामिल होने का आरोप लगने के बाद आम आदमी पार्टी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है।
इन इलाकों में भड़की हिंसा
दरअसल, सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (सीएए) के विरोध और समर्थक में निकले प्रदर्शन में दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट ईलाकों में दो समूहों के बीच हुई हिंसा में करीब 53 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक लोग घायल है। पिछले महीने 25 फरवरी को हुए दंगे में उन्मादी भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों, पेट्रोल पंप को आग के हवाले कर दिया। इस हिंसा ने मुख्य रूप से दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग और शिव विहार को अपने चपेट में ले लिया।