प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा हो गया। इस मौके पर पीएम मोदी ने देशवासियों के नाम एक संदेश जारी किया है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने अपने छह वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र किया साथ ही पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए सबक सिखाने जैसी बात भी कही। कश्मीर में धारा 370, अयोध्या में राम मंदिर, ट्रिपल तलाक जैसे कठोर निर्णयों का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने पत्र के माध्यम से देश से अपील भी की कि कोरोना संकट की इस घड़ी में अबतक जैसे देशवासियों ने धैर्य और साहस दिखाया है वो आगे भी जारी रखना है ताकि हम विजय पथ पर चलकर दुनिया के सामने भारत को गौरवान्वित सिद्ध कर सकें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को लिखे पत्र के जरिए कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश के लोगों की एकजुटता और दृढ़ निश्चय की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि भारत ने "जबरदस्त पीड़ा’’ को स्वीकार करते हुए कोविड-19 के खिलाफ अपनी लंबी लड़ाई में "जीत" की राह पर चलना शुरू कर दिया है।
पत्र में पीएम मोदी ने कहा कि बीते एक वर्ष में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ज्यादा चर्चा में रहे और इस वजह से इन उपलब्धियों का स्मृति में रहना भी बहुत स्वाभाविक है। राष्ट्रीय एकता-अखंडता के लिए आर्टिकल 370 की बात हो, सदियों पुराने संघर्ष के सुखद परिणाम - राम मंदिर निर्माण की बात हो, आधुनिक समाज व्यवस्था में रुकावट बना ट्रिपल तलाक हो, या फिर भारत की करुणा का प्रतीक नागरिकता संशोधन कानून हो, ये सारी उपलब्धियां आप सभी को स्मरण हैं। एक के बाद एक हुए इन ऐतिहासिक निर्णयों के बीच अनेक फैसले, अनेक बदलाव ऐसे भी हैं जिन्होंने भारत की विकास यात्रा को नई गति दी है, नए लक्ष्य दिए हैं, लोगों की अपेक्षाओं को पूरा किया है।
पीएम मोदी ने खत में कहा कि लोगों ने लगातार दूसरी बार उन्हें इसलिए मौका दिया क्योंकि जनता पहली पारी में किए गए काम को मजबूत आधार देना चाहती थी। पीएम ने लिखा, '2014 से 2019 के बीच भारत का कद तेजी से बढ़ा है। गरीबों के उत्थान का काम हुआ है।
पीएम मोदी ने लिखा है कि आपने साबित किया है कि भारतीयों की सामूहिक ताकत और सामर्थ्य दुनिया के दूसरे शक्तिशाली और संपन्न देशों के मुकाबले बहुत आगे है। इतनी बड़ी संकट की घड़ी में ऐसा बिल्कुल नहीं दावा किया जा सकता कि किसी को कोई असुविधा या परेशानी न हुई हो। छोटे उद्योगों में काम कर रहे हमारे श्रमिक, प्रवासी मजदूर, मिस्त्री और कामगारों के साथ ही हॉकर्स और दूसरे देशवासियों ने असाधारण कष्ट झेला है।
कोरोना के खिलाफ भारत की जंग का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि देशवासियों की आशाओं-आकाँक्षाओं की पूर्ति करते हुए हम तेज गति से आगे बढ़ ही रहे थे, कि कोरोना वैश्विक महामारी ने भारत को भी घेर लिया। एक ओर जहां अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं और विशाल अर्थव्यवस्था वाली विश्व की बड़ी-बड़ी महाशक्तियाँ हैं, वहीं दूसरी ओर इतनी बड़ी आबादी और अनेक चुनौतियों से घिरा हमारा भारत है। कई लोगों ने आशंका जताई थी कि जब कोरोना भारत पर हमला करेगा, तो भारत पूरी दुनिया के लिए संकट बन जाएगा। लेकिन आज सभी देशवासियों ने भारत को देखने का नजरिया बदलकर रख दिया है। आपने ये सिद्ध करके दिखाया है कि विश्व के सामर्थ्यवान और संपन्न देशों की तुलना में भी भारतवासियों का सामूहिक सामर्थ्य और क्षमता अभूतपूर्व है।
ताली-थाली बजाने और दीया जलाने से लेकर भारत की सेनाओं द्वारा कोरोना वॉरियर्स का सम्मान हो, जनता कर्फ्यू या देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान नियमों का निष्ठा से पालन हो, हर अवसर पर आपने ये दिखाया है कि एक भारत ही श्रेष्ठ भारत की गारंटी है।
निश्चित तौर पर, इतने बड़े संकट में कोई ये दावा नहीं कर सकता कि किसी को कोई तकलीफ और असुविधा न हुई हो। हमारे श्रमिक साथी, प्रवासी मजदूर भाई-बहन, छोटे-छोटे उद्योगों में काम करने वाले कारीगर, पटरी पर सामान बेचने वाले, रेहड़ी-ठेला लगाने वाले, हमारे दुकानदार भाई-बहन, लघु उद्यमी, ऐसे साथियों ने असीमित कष्ट सहा है। इनकी परेशानियां दूर करने के लिए सभी मिलकर प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'जहां एक ओर बड़े आर्थिक संसाधन और कुशल हेल्थकेयर सिस्टम वाली ताकतें थीं, वहीं दूसरी ओर हमारे देश में दूसरी समस्याओं के साथ बड़ी आबादी और सीमित संसाधन की मुश्किल थी। बहुत से लोगों को डर था कि कोरोना की चपेट में आने के बाद भारत दुनिया के लिए एक समस्या बन जाएगा। लेकिन आपने दुनिया की उस सोच को बदल दिया।'
पीएम मोदी ने कहा, 'हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि जो असुविधा हम झेल रहे हैं, वह किसी तबाही में न बदलने पाए। इसलिए यह हर भारतीय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि वह नियमों और गाइडलाइंस का पालन करे। देश ने अब तक धैर्य दिखाया है और आगे भी इसे बरकरार रखना चाहिए। यही एक सबसे बड़ी वजह है कि आज भारत दूसरे कई देशों के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित है।
पीएम मोदी ने अपनी सरकार के कामकाज का विस्तृत ब्योरा भी दिया है। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रहित में लिए गए ऐतिहासिक कदमों और फैसलों के बारे में इस खत में जानकारी देना बहुत ज्यादा होगा। लेकिन मैं यह जरूर कह सकता हूं कि इस एक साल के हर दिन मेरी सरकार ने चौबीसों घंटे पूरी ताकत और जोश के साथ इन फैसलों को लागू किया है।'