जम्मू-कश्मीर के कठुआ में लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीरी पंडितों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस की नीतियों की वजह से कश्मीरी पंडितों को अपना घर छोड़ना पड़ा। कांग्रेस और उसके मित्र अपने वोट बैंक को लेकर इतने चिंतित थे कि वो कश्मीरी पंडितों पर हुए जुल्म को भूल गए।'
मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस भले कश्मीरी पंडितों का नाम लेने से कतरा हो लेकिन ये चौकीदार कश्मीरी पंडितों को उनकी जमीन में वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। काम शुरू हो गया है। हम उन लोगों को नागरिकता देने के लिए भी कानून बनाने का प्रयास कर रहे हैं जो पाकिस्तान से आते हैं और मां भारती पर विश्वास करते हैं।‘
उन्होंने कहा, 'मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि न्याय कौन करेगा जब 60 साल तक उन्होंने अन्याय किया है? क्या कांग्रेस कभी कश्मीरी पंडितों को न्याय दिला सकती है? क्या वह 1984 के दंगों में मारे गए लोगों को न्याय दिला सकती है?'
अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने रैली के मंच से कश्मीर के दोनों प्रमुख दलों नेशनल कॉन्फ्रेंस व पीडीपी पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार ने जम्मू कश्मीर की तीन पीढ़ियों की जिंदगी बर्बाद कर दी है और इनके हटने के बाद ही जम्मू कश्मीर की किस्मत चमक सकती है।
परिवारवाद को लेकर वार
पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां सीधे तौर पर फारूक अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती के बारे में कहा कि वे चाहे अपना पूरा कुनबा मैदान में उतार लें, जितनी मर्जी गाली दें, लेकिन वे देश को नहीं तोड़ पाएंगे। उन्होंने कहा, 'अब्दुल्ला व मुफ्ती परिवार अपने पूरे कुनबे को मैदान में उतार दें...चाचा, मामा, भाई भतीजा, भांजा साला, सबको उतार दें और जितनी मर्जी गालियां मोदी को देनी हैं दे दो लेकिन इस देश के टुकड़े नहीं कर पाओगे।'
इससे आगे पीएम मोदी ने कहा कि मैं मुफ्ती और अब्दुल्ला परिवार से कहना चाहता हूं कि मैं मोदी हूं, मैं न झुकता हूं और न बिकता हूं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस और उनके वंशवादी साथी चाहे जितनी कोशिश कर लें, मोदी उनके सामने दीवार बनकर खड़ा है।
महबूबा मुफ्ती का पलटवार
पीएम मोदी के इन आरोपों पर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने भी तुरंत पलटवार कर दिया। उन्होंने ट्वीट कर पीएम मोदी से पूछा कि चुनाव से पहले वो परिवारवाद का मुद्दा उठाते हैं और बाद में उसी पार्टी के साथ सरकार बनाने के लिए अपने नुमाइंदों को भेजते हैं। महबूबा ने बताया कि पहले 1999 में बीजेपी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर सरकार बनाई और 2015 में पीडीपी के साथ गठबंधन किया। महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी से पूछा कि उस वक्त बीजेपी ने धारा 370 को तरजीह न देते हुए सत्ता को क्यों चुना?