पीएम नरेंद्र मोदी के संसद में भाषण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि लोकसभा में पीएम मोदी ने राजनीतिक भाषण दिया। उन्होंने शहीदों पर एक शब्द नहीं कहा।
राहुल गांधी ने कहा- मुझे लगता है मोदी जी भूल गए हैं कि वो पीएम हैं। उन्हें सवालों का जवाब देना चाहिए न कि हमेशा विपक्ष पर आरोप लगाने चाहिए।
I think Modiji has forgotten that he is the PM now, he should answer questions and not always accuse the opposition : Rahul Gandhi pic.twitter.com/UuaIXBZQGX
— ANI (@ANI) February 7, 2018
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- मोदी जी एक घंटे से ज्यादा बोले। उन्होंने एक भी शब्द राफेल पर नहीं बोला, ना ही किसानों पर और ना ही युवाओं के रोजगार पर। यह पूरी तरह राजनीतिक भाषण था।
He spoke for more than 1 hour but didn't speak a word on Rafale deal, or on farmers or on employment for youth. It was a totally political speech : Rahul Gandhi on PM's speech in Lok Sabha pic.twitter.com/GeX9EhkEmT
— ANI (@ANI) February 7, 2018
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि पीएम मोदी अच्छे वक्ता हो सकते हैं लेकिन उनका भाषण आधा सच था।
PM might be a terrific orator but this speech is a farrago of misrepresentations and half truth : Shashi Tharoor on PM's Lok Sabha speech pic.twitter.com/c3hsX3hdzv
— ANI (@ANI) February 7, 2018
वहीं, भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना ने कहा कि मोदी जी आपको 4 साल हो गए हैं। लोग कांग्रेस से त्रस्त हो गए थे इसीलिए आपको चुना। लोग आपकी योजनाएं सुनना चाहते हैं ना कि कांग्रेस की आलोचना।
It is time that Modi ji realises it has been 4 years now. People were fed up because of Congress and that is why they chose you. People want to hear your schemes and not criticism of Congress: Manisha Kayande, Shiv Sena on PM's speech in Lok Sabha #Mumbai pic.twitter.com/8F4GslkyTO
— ANI (@ANI) February 7, 2018
बता दें कि आज पीएम ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए लोकसभा में काफी लंबा भाषण दिया। पीएम ने कांग्रेस पार्टी पर कई सवाल दागे और फिर दोहराया कि देश में वर्तमान में जो भी कमियां हैं उसके लिए एक पार्टी जिम्मेदार है। पीएम ने कहा कि कांग्रेस के जहर का असर आज भी देश भुगत रहा है। उन्होंने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार से लेकर विभाजनकारी नीतियां अपनाने के आरोप लगाए। उन्होंने लोकतंत्र के मुद्दे पर भी कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया।