कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि के एक मामले में पटना की अदालत से जमानत मिल गई है। जमानत मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि जो कोई भी आरएसएस और नरेंद्र मोदी जी की विचारधारा के खिलाफ खड़ा होता है, उस पर हमला होता है। कोर्ट केस लादे जाते हैं। मेरी लड़ाई संविधान बचाने की है। गरीबों और किसानों के लिए खड़े होने की लड़ाई है।
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बीते अप्रैल में यहां की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में यह मामला दायर किया था।
सुशील मोदी ने यह मामला गांधी द्वारा कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली में राहुल द्वारा यह टिप्पणी करने पर आपत्ति जताते हुए दायर किया था कि 'सभी चोरों के उपनाम मोदी क्यों हैं'। गांधी का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बैंक धोखाधड़ी आरोपी नीरव मोदी और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की ओर था। मामले को सीजेएम शशिकांत रॉय ने एसीजेएम कुमार गुंजन के पास भेज दिया था।
राहुल गांधी ने दे दिया है पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा
गांधी ने लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस सप्ताह के शुरू में कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था। गांधी पिछली बार गत मई में बिहार की राजधानी पटना आये थे जब उन्होंने अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा के लिए एक रोड शो किया था। सिन्हा ने अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनाव में पटना साहिब सीट पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन वह अपनी सीट बरकरार नहीं रख पाए थे।
गुरुवार को एक मामले में मिली थी जमानत
हाल ही में गुरुवार को राहुल गांधी को मानहानि के मामले में मुंबई की एक अदालत ने 15 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी थी। राहुल गांधी ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या मामले के लिए 'बीजेपी-आरएसएस की विचारधारा' को जिम्मेदार ठहराया था, जिसके बाद एक आरएसएस कार्यकर्ता ने उनके खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था।
सुनवाई के दौरान राहुल गांधी के वकील की ओर से कहा गया कि वह निर्दोष हैं। सुनवाई के बाद राहुल गांधी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने कोर्ट में अपनी ओर से कुछ नहीं कहा। राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा था, "यह विचारधारा की लड़ाई है। मैं गरीबों के साथ खड़ा हूं। किसानों और मजदूरों के साथ खड़ा हूं। आक्रमण हो रहा है और मजा आ रहा है।"
चार और मामलों में लगाएंगे अदालत के चक्कर
चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने भाजपा और आरएसएस के खिलाफ जो बयान दिए थे उन्हीं का बचाव करने के लिए उनकी एक के बाद एक अदालत में पेशी होनी है। अब इस महीने उन्हें चार और मामलों में अलग-अलग अदालतों में पेश होना है। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर जमकर हमला बोला था। इन्हीं बयानों को लेकर उनके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं।