जांच एजेंसी (एनआईए) ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के 5 लोगों के खिलाफ एक मामले में चार्जशीट दायर की है। बता दें कि मामला कट्टरता और निर्दोष युवाओं की भर्ती से जुड़ा है। एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
हालांकि आतंकवाद-रोधी एजेंसी ने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एक विशेष अदालत के समक्ष पांच आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया, जो एक प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के कैडर में एक राधा की भर्ती के संबंध में दायर शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था। शिकायत में आरोप से संकेत मिलता है कि आरोपी व्यक्ति डोंगरी देवेंद्र, दुबासी स्वप्ना और चुक्का शिल्पा ने राधा को चैतन्य महिला संघ (सीएमएस) में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया था।
गौरतलब है कि अब तक की गई जांच से पता चला है कि आरोपी व्यक्ति डोंगरी देवेंद्र, दुबासी स्वप्ना और चुक्का शिल्पा ने वास्तव में सामाजिक कार्यों के बहाने भोली-भाली युवा लड़कियों को संगठन, सीएमएस की ओर आकर्षित किया था ।
एजेंसी ने कहा, "डोंगरी देवेंद्र, दुबासी स्वप्ना और चुक्का शिल्पा ने कुछ अन्य लड़कियों को भाकपा (माओवादी) में भर्ती किया था और कई अन्य को भर्ती करने का प्रयास किया था।" वहीं देवेंद्र लापता लड़की राधा को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के बहाने जंगलों में ले गया था किसी को और उदय और अरुणा ने उसे प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने के लिए मजबूर किया।
हालांकि इस मामले को शुरू में विशाखापत्तनम के पेद्दाबयालु पुलिस स्टेशन द्वारा दर्ज किया गया था । इसको बाद में इस साल 3 जून को एनआईए द्वारा फिर से दर्ज किया गया था। आगे एजेंसी ने बताया "इस बड़ी साजिश में सीएमएस, एक संगठन और सीएमएस के अन्य नेताओं की भूमिका की जांच की जा रही है।"