राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि प्रधानमंत्री को काले क़ानून वापस ले लेने चाहिए, अन्यथा आरएलपी पार्टी एनडीए में रहेगी या नहीं इस पर हम 8 तारीख के बाद आपात बैठक बुला रहे हैं। जरूरत हुई तो किसानों के हक़ में लाखों लोग दिल्ली कूच करेंगे। हम भारत बंद का समर्थन करते हैं।
रविवार को आरएलपी नेता बैनीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी कृषि कानूनों के विरोध में है। उन्होंने केंद्र सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है। पीएम मोदी को कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरएलपी एनडीए गठबंधन का हिस्सा रहेगी या नहीं, इस पर आठ दिसंबर के बाद फैसला करेंगे। लागू नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले दिनों शिरोमणि अकाली दल सत्तारूढ़ एनडीए से अलग हो गई थी।
पंजाब-हरियाणा समेत अन्य राज्यों के लाखों किसान कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 11 दिन से दिल्ली और उसके बॉर्डर पर डटे हुए हैं। प्रदर्शनकारी किसानों ने आठ दिसंबर को ‘भारत बंद’ की घोषणा की है। उन्होंने यह चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तो आंदोलन तेज किया जाएगा और दिल्ली आने वाले सभी मार्गों को बंद दिया जाएगा। अपनी मांगों पर अड़े किसानों और केंद्र सरकार के बीच पांच दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन गतिरोध को खत्म करने को लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बन सकी है। अब सरकार के साथ नौ दिसंबर को किसान छठे दौर की बातचीत करेंगे।