छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो महिलाओं समेत सात नक्सली मारे गए। पुलिस के अनुसार इस घटना के साथ ही राज्य के बस्तर संभाग में इस साल अब तक मुठभेड़ में कम से कम 215 नक्सली मारे जा चुके हैं।
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने बताया कि नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर दक्षिण अबूझमाड़ के जंगल में तड़के करीब तीन बजे मुठभेड़ शुरू हुई। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अभियान के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की और कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक इसका पूरी तरह सफाया नहीं हो जाता।
महानिरीक्षक सुंदरराज ने बताया कि नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और कोंडागांव जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), राज्य पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान इस अभियान में शामिल थे। यह अभियान 10 दिसंबर को क्षेत्र में माड़ डिवीजन के नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर शुरू किया गया था।
उन्होंने बताया कि रुक-रुक कर सात घंटे से अधिक समय तक गोलीबारी होती रही, जिसके बाद वर्दीधारी दो महिलाओं समेत सात नक्सलियों के शव मौके से बरामद किए गए। अधिकारी ने बताया कि मौके से भारी मात्रा में हथियार और दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी बरामद की गईं। उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मी सुरक्षित बताए जा रहे हैं और इलाके में अभी भी तलाशी अभियान जारी है।
एक्स पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री साय ने कहा, "नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के दक्षिण अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 7 नक्सली मारे गए। यह निश्चित रूप से सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता है। मैं ऑपरेशन में शामिल सभी सुरक्षा बलों की बहादुरी को सलाम करता हूं और बधाई देता हूं। नक्सलवाद के खात्मे तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।"