दिल्ली, हरियाणा, यूपी समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में कांवड़ यात्रा जारी है। लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा दूसरी वजहों से चर्चा में है। एक दिल्ली में कार के साथ कांवड़ियों की तोड़-फोड़ और दूसरी वजह यह कि यूपी में मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर फूल बरसा रहे थे।
अब एडीजी के फूल बरसाने की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है। लोग पूछ रहे हैं कि प्रशासन अगर इस तरह की शह देगा तो कांवड़िये तोड़-फोड़ और हुड़दंग करेंगे ही। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या प्रशासनिक अधिकारी का धार्मिक चीजों में इस तरह शामिल होना जायज है और क्या यह सर्विस कोड का उल्लंघन नहीं है?
A few questions to @Uppolice @dgpup:
— Nilim Dutta (@NilimDutta) August 9, 2018
(1) Why was ADG Meerut Zone showering petals from a helicopter on a religious procession?
(2) Whose helicopter? Who has paid for it?
(3) How isn't this a violation of code of conduct of a civil servant?https://t.co/uXA1yLszvX
ever counted how many slept hungry today, how many died for the lack of medicine....how many were raped while ADG is doing this flower work
Uttar Pradesh: Kanwarias face DJ music, flowers drop from the sky https://t.co/gJkPCdYMf4 via @IndianExpress
— Satya Prakash (@satya_light) August 9, 2018
Bizarre! ADG Meerut Zone UP Police showing rose petals on Kanwariyas from helicopter | Thedispatch: https://t.co/cA3t4ZX18w via
— TheDispatch (@TheDispatch_) August 8, 2018
वहीं, एडीजी (मेरठ जोन) प्रशांत कुमार ने इस संबंध में बयान देते हुए कहा कि इसे कोई धार्मिक एंगल नहीं दिया जाना चाहिए। फूलों का इस्तेमाल लोगों का स्वागत करने के लिए होता है। प्रशासन सभी धर्मों का सम्मान करता है और गुरुपरब, ईद, बकरीद या जैन त्योहारों में भी सक्रिय रूप से हिस्सा लेता है।
बता दें कि मेरठ जिले में कांवड़ यात्रा की सुरक्षा के कई इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए कांवड़ मार्गों में 60 से ज्यादा ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही एडीजी ने स्थानीय लोगों, वॉलंटियर्स और जिला पुलिस, रैपिड ऐक्शन फोर्स के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिया था।