लॉकडाउन के दौरान अपने घर जा रहे मजदूरों के साथ यूपी की बदायूं पुलिस की बदसलूकी का बेहद गंभीर मामला सामने आया है। जब कुछ युवक पैदल ही अपने घर जा रहे थे तो पुलिस ने उन्हें मेढ़क की तरह चलने पर मजबूर किया। घटना का वीडियो वायरल होने पर एसएसपी को माफी मांगनी पड़ी और घटना की जांच के आदेश दिए। वहीं, मामला संज्ञान में आने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवकों को घर भेजने की व्यवस्था के निर्देश दिए।
इस वीडियो में पुलिस कर्मियों द्वारा पीठ पर बैग बांधे कुछ युवकों को सड़क पर बैठ-बैठ कर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। बताया जाता है कि यातायात का कोई साधन न होने के कारण वे पैदल ही घर पहुंचने के लिए निकले थे लेकिन रास्ते में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और उनकी बात सुनने के बजाय पंजों के बल पर चलने की सजा दी।
वीडियो वायरल हुआ तो सीएम ने लिया संज्ञान
कहा जा रहा है कि लॉकडाउन के कारण फैक्टरी मालिक ने इन युवकों को नौकरी से निकाल दिया था। सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल होते ही बदायू पुलिस के साथ यूपी पुलिस की आलोचना होने लगी। मामला प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संज्ञान में भी लाया गया। मुख्यमंत्री ने तत्काल इसमें हस्तक्षेप करते हुए उन युवकों को उनके घर भेजने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
लॉकडाउन के दौरान पुलिस का कारनामा
बदायूं के सीनियर एसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने कहा कि थाना सिविल लाइन क्षेत्र में नवादा चौराहे पर लॉकडाउन के दौरान के तैनात पुलिस टीम में एक प्रशिक्षु कांस्टेबल ने इस तरह का काम किया है। जैसे ही मौके पर तैनात दूसरे सीनियर पुलिस वाले को पता चला उसे डांट फटकार कर ड्युटी से हटा दिया। उन्होंने घटना पर शर्मिंदगी जताते हुए माफी मांगी है तथा एसपी सिटी को जांच के आदेश दिए हैं। एसएसपी ने कहा कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जायेगी।
#WATCH Delhi Police today distributed food to the needy in several parts of the city amid #CoronavirusLockdown, visuals from Majnu ka Tila area pic.twitter.com/ActS3Kyktl
— ANI (@ANI) March 26, 2020