सुशील मोदी ने कहा कि लालू के बेटे करोड़ों का मॉल बना रहे हैं और लालू को मॉल जाने वाली बहू नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि लालू की बेटी हेमा यादव को ललन चौधरी ने जिस दिन 62 लाख की जमीन भेंट में दी, उसी दिन हृदयानंद चौधरी ने भी 62 लाख की उतनी ही जमीन उन्हें गिफ्ट दी थी।
पहले बी पी एल lalan chdry और अब रेल खलासी हिरदायनंद ने भी लालू की बेटी हेमा को ७० लाख की पटना शहर की ज़मीन दान कर दिया
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) 13 June 2017
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पांचवीं बहन हेमा यादव को रेलवे के खलासी ने भी 70 लाख की जमीन कर भेंट कर दी। लालू के परिवार को दान देने वालों का सिलसिला अंतहीन है। रेलवे के खलासी हृदयानंद चौधरी ने भी हेमा यादव को अपनी संपत्ति दान कर दी।
रेलवे के खलासी ने तेजस्वी की 5वीं बहन हेमा यादव को दान में दी 70 लाख की जमीन.. pic.twitter.com/jqKgo7wvE7
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) 13 June 2017
उन्होंने कहा कि दो लोगों ने हेमा यादव को एक ही दिन 13 जनवरी 2014 को ललन चौधरी ने दान दिया और उसी दिन हृदयानंद चौधरी ने भी अपनी जमीन उन्हें दान कर दी। सबसे बड़ी बात तो यह है कि दान पत्र पर हेमा यादव का पता राबड़ी देवी का सरकारी आवास है। ललन चौधरी के दानपत्र पर हृदयानंद चौधरी गवाह हैं और हृदयानंद चौधरी के दानपत्र पर ललन चौधरी गवाह हैं।
एक ही दिन को हेमा यादव 15 डिसमिल पटना शहर की अत्यंत कीमती जमीन जिसकी कीमत उस समय 1 करोड़ 40 लाख थी उसकी मालकिन बन गईं। मोदी ने कहा कि लालू ने बिहार की गरीब जनता को लूटा और अपनी बेनामी संपत्ति बना ली। अब कानून लालू को छोडे़गा नहीं। उन्होंने कहा कि लालू पर लगे आरोपों की जांच करवा कर ही दम लेंगे। जांच एंजेंसियों को इतना मजबूर कर देंगे, इतने खुलासे करेंगे कि उन्हें जांच करनी ही होगी। लालू ने जो अवैध संपत्ति इकट्ठी कर ली है, उसका पर्दाफाश करना जरूरी है।
मोदी के इस तरह के आरोपों पर जवाब देते हुए राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि सुशील मोदी की जो भाषा है वो अमर्यादित है, उनके सभी आरोप भी तथ्यहीन हैं। अगर कोई किसी को कुछ भेंट करता है तो उसमें मीन-मेख निकालना और उसके लिए सुशील मोदी दिन-रात अपनी नींद हराम कर रहे हैं। देश की सभी जांच एजेंसियां क्या सुशील मोदी के कहने पर चलती हैं।
Lalu has created history in taking land as a Gift by 1 doz people.From BPL to Khalasi to politicians to unknown?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) 13 June 2017