तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने महिला पत्रकार के गाल छूने को लेकर मचे बवाल के बाद उन्होंने माफी मांग ली है। 'डिग्री के बदले एडजस्ट' करने के मामले में एक महिला प्रोफेसर की गिरफ्तारी के बाद उठे सवालों पर सफाई देने के लिए मंगलवार को बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने एक महिला पत्रकार का गाल थपथपा दिया। जिसके बाद उपराज्यपाल की इस हरकत पर बवाल मच गया था।
राज्यपाल पुरोहित की तरफ से लक्ष्मी सुब्रमण्यम को लिखा, “मैने आपके गाल पर थपकी अपनी पोती की तरह समझकर दी। मैने पत्रकार के तौर पर आपने प्रदर्शन के सराहना के तौर पर ऐसा किया क्योंकि मैं खुद भी उसे पेशे के सदस्य के तौर पर 40 वर्षों तक रहा हूं।” हालांकि, पत्रकार ने ट्वीटर पर यह कहा कि राज्यपाल की तरफ से मांगी गई माफी को वह स्वीकार तो करती हैं लेकिन वह राज्यपाल पुरोहित के तर्कों से सहमत नहीं हैं।
Your Excellency, I have with me your letter expressing regret at what happened at the press conference in Chennai the previous day. I accept your apology, even though I am not convinced about your contention that you did it to appreciate a question I asked @TheWeekLive pic.twitter.com/JhjPOQy8UW
— Lakshmi Subramanian (@lakhinathan) April 18, 2018
उपराज्यपाल ने ये हरकत तब की जब महिला पत्रकार उनसे कोई सवाल पूछ रही थी, जिसे टालते हुए राज्यपाल ने बिना उसकी सहमति के उसके गाल को सहला दिया। महिला पत्रकार ने ट्विटर पोस्ट के जरिए इस मामले का जिक्र कर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
महिला पत्रकार ने जताई नाराजगी
महिला पत्रकार ने सोशल साइट ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, 'राजभवन में बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में मैंने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से एक सवाल पूछा। उस सवाल का जवाब देने की बजाय राज्यपाल ने मेरा गाल थपथपा दिया। मैंने कई बार मेरा चेहरा धोया लेकिन ये निशान नहीं छूट रहा है। इतने उत्तेजित और नाराज हो गए थे आप राज्यपाल पुरोहित। ये आपके हिसाब से दादाजी जैसा काम हो सकता है लेकिन मेरे लिए आप गलत हैं।' महिला पत्रकार के इस ट्वीट के बाद यूजर राज्यपाल की आलोचना कर रहे हैं।
I asked TN Governor Banwarilal Purohit a question as his press conference was ending. He decided to patronisingly – and without consent – pat me on the cheek as a reply. @TheWeekLive pic.twitter.com/i1jdd7jEU8
— Lakshmi Subramanian (@lakhinathan) April 17, 2018
डीएमके नेता कनिमोझी ने भी किया समर्थन में ट्वीट
वहीं, डीएमके नेता और राज्यसभा सांसद कनिमोझी ने भी इस मामले को लेकर ट्वीट किया है। कनिमोझी ने बिना नाम लिए लिखा, 'भले ही उनका इरादा गलत नहीं था, लेकिन जो व्यक्ति संवैधानिक पद पर है, उसे मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। एक महिला पत्रकार की निजता का उल्लंघन करना प्रतिष्ठा या सम्मान नहीं दर्शाता है।' वहीं, सोशल मीडिया पर भी कई लोग महिला पत्रकार के समर्थन में लिख रहे हैं।
Even if the intention is above suspicion, a person who holds a public office has to understand that there is a decorum to it and violating a woman journalist’s personal space does not reflect the dignity or the respect which should be shown to any human being.
— Kanimozhi (கனிமொழி) (@KanimozhiDMK) April 17, 2018
राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने बुलाई थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
गौरतलब है कि तमिलनाडु में प्राइवेट कॉलेज की एक महिला प्रोफेसर को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। देवांग आर्ट्स कॉलेज की इस महिला प्रोफेसर पर आरोप है कि उन्होंने छात्राओं को अच्छे नंबर पाने के लिए 'अधिकारियों के संग एडजस्ट' करने की सलाह दी थी।
'एडजस्ट' करने की सलाह को सेक्शुअल फेवर के तौर पर देखा जा रहा है। ये मामला एक महीने पुराना है लेकिन हाल ही में लेक्चरर का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद महिला प्रोफेसर को गिरफ्तार किया गया है। इसी मामले को लेकर राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी।