दिल्लीः आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली प्रीमियर और चावला आर्ट गैलरी के सहयोग से लगाई गई कलाकृति के प्रदर्शनी में देश को आजादी दिलाने और लोकतांत्रिक स्वरूप तक पहुंचाने में हमारे पूर्वजों ने जो संघर्ष किया और बलिदान दिया है उसे दशाया गया है। यह कलाकृति आने-जाने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
दिल्ली आर्ट सोसाइटी के अध्यक्ष नीरज गुप्ता की यह ताजा कलाकृति राजधानी के सेलेक्ट सिटी मॉल के ग्राउंड फ्लोर में प्रदर्शित की गई है। इस अवसर पर नीरज गुप्ता ने कहा कि यह समय देश के गौरवशाली सफर को याद करने और आजादी को हासिल करने के लिए दी गई कुर्बानियों को जानने, समझने और महूसस करने का है। उन्होंने बताया कि 1947 में मिली आजादी के बाद से अब तक हमारे देश ने जो उड़ान भरी है और अलग-अलग क्षेत्रों में खुद को स्थापित किया है, उस सफर को इस कलाकृति के जरिये दर्शाया गया है। देश को आजादी दिलाने और लोकतांत्रिक स्वरूप तक पहुंचाने में हमारे पूर्वजों ने जो संघर्ष किया और जो बलिदान दिए हैं, यह कलाकृति उनकी याद दिलाने की एक कोशिश है।
लोग इसे कौतूहल से देख रहे हैं और इसमें समाहित संदेश को जानने-समझने के बाद इसकी जमकर तारीफ भी कर रहे हैं। नीरज गुप्ता के मुताबिक उन्होंने इस पर साल भर पहले काम करना शुरू किया था और इसे अंतिम स्वरूप देने में तकरीबन एक वर्ष का समय लगा है। वह कहते हैं, आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के साथ-साथ हमें चिंतन भी करना है कि कहीं कोई कमी तो नहीं रह गई? और अगर कोई गुंजाइश बाकी है तो हमने उसके लिए क्या किया। हर भारतीय को सोचना है कि उसने एक नागरिक के तौर पर देश को क्या दिया? साथ ही यह संकल्प भी लेना है कि जब हम आजादी के 100 साल पूरे करेंगे, तब हम अपने देश को कैसा देखना चाहते हैं? कलाकृति का संदेश स्पष्ट है कि भारत सभी मोर्चों पर तेजी से आगे बढ़ा है और हमें अपनी दृष्टि को स्पष्ट करने, अपने लक्ष्य को दृढ़ करने और देश के नागरिकों, देश की नीतियों और संस्थानों को भारत के भविष्य के दृष्टिकोण से जोड़ने की जरूरत है।