अंतरराष्ट्रीय किडनी रैकेट का सनसनीखेज खुलासा होने के बाद दिल्ली के शीर्ष यूरोलॉजिस्ट सहित करीब दर्जन भर सर्जन उत्तर प्रदेश पुलिस की जांच के दायरे में आ गए हैं। पिछले दिनों कानपुर के मशहूर हॉस्पीटल पुष्पावती सिंहानिया रिसर्च इंस्टीट्यूट (पीएसआरआइ) के सीईओ डा. दीपक शुक्ला की गिरफ्तारी के बाद इस रैकेट की परतें और खुलीं। डॉक्टरों समेत दूसरे लोगों द्वारा चलाए जा रहे इस गिरोह के तार टर्की और मिडिल ईस्ट देशों तक जुड़े बताए जा रहे हैं।
अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हुई
इस मामले में अभी तक कुल 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें पीएसआरआइ का सीईओ भी शामिल है। किडनी रैकेट के मामले में फोर्टिस हॉस्पिटल के दो प्रमुख डॉक्टरों को भी नोटिस जारी किया गया है। मध्य दिल्ली स्थित एक अन्य मशहूर अस्पताल के खिलाफ भी जांच की जा रही है। इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इस रैकेट के भंडाफोड़ के बाद डॉक्टरों के बीच हड़कंप मच गया है।
गरीबों को झांसा देकर फंसाते थे दलाल
कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव ने बताया कि फोर्टिस हॉस्पिटल को ट्रांसप्लांटेशन ऑफ ह्यूमन ऑर्गन एक्ट के उल्लंघन के मामले में नोटिस भेजा गया है। उन्होंने बताया कि फोर्टिस और पीएसआरआइ के अलावा दिल्ली के एक अन्य अस्पताल की जानकारी मिली है जहां डॉक्टरों और हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा दलालों के संगठित नेटवर्क के जरिये गरीबों को झांसा देकर फंसाया जाता है।
डॉ. केतन कौशिक को पकड़ने के लिए अभियान
एसएसपी के अनुसार पुलिस ने एक अन्य आरोपी डा. केतन कौशिक की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया है। कौशिक टर्की, यूएई और मध्य-पूर् के देशों से किडना ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों को लाता था।
आरोपियों के मोबाइल से मिली जानकारियां
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल वाट्सअप ग्रुप चैट से कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। पुलिस का दावा है कि नेपाल में कम दामों में तय करके डोनर दिल्ली बुलाए जाते थे। किडनी रैकेट से जुड़े लोगों की पहली पसंद नेपाल था क्योंकि वहां से आने-जाने के लिए न तो वीजा की जरूरत है और न ही पासपोर्ट की। पुलिस आरोपियों के वाट्सअप, फेसबुक अकाउंट की जांच कर रही है।
कई देशों से जुड़े हैं तार
कानपुर एसएसपी के अनुसार नेपाल के अलावा तुर्की और श्रीलंका का नाम भी सामने आया है। इन देशों को लेकर जानकारियां जुटाई जा रही हैं। इन देशों से मरीजों को लाया जाता था। पुलिस ने बताया कि बिचौलियों की मदद से पीएसआरआइ में गरीब लोग लाए जाते थे और फिर फर्जी पैथालॉजिकल रिपोर्ट तैयार कर डोनेशन के कागज बनाए जाते थे।
शनिवार को पीएसआरआई का सीईओ गिरफ्तार
शनिवार को कानपुर पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पीएसआरआई में अवैध ढंग से किडनी प्रत्यारोपण के सबूत मिले हैं। शुक्रवार को हिरासत में लेने के बाद पुलिस अस्पताल के सीईओ दीपक शुक्ला को जांच के सिलसिले में कानपुर लाई थी। पूछताछ के दौरान शुक्ला ने मानव अंगों की खरीदफरोख्त की बात कबूली। इस इंटरनेशनल किडनी रैकेट का खुलासा फरवरी में हुआ था। गिरोह के सरगना गौरव मिश्रा समेत अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।