समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता व बाहुबली अतीक अहमद ने अपनी सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वर्तमान में गुजरात के अहमदाबाद सेंट्रल जेल में बंद अतीक अहमद ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। अहमद ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर कर कहा है कि उसे यूपी में दर्ज मामले की सुनवाई के लिए गुजरात से बाहर ना भेजा जाए, उसकी सुरक्षा और जान को खतरा है।
अहमद ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी मांगे हैं कि पुलिस हिरासत या पूछताछ के दौरान उसे किसी भी तरह से शारीरिक चोट या नुकसान नहीं पहुंचाया जाए। साथ ही अतीक ने उत्तर प्रदेश राज्य और अन्य को अहमदाबाद की केंद्रीय जेल से प्रयागराज या उत्तर प्रदेश के किसी अन्य हिस्से में ले जाने से रोकने के लिए एक दिशा-निर्देश भी मांगा है।
अतीक की याचिका में कहा गया है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है।
हाल ही में योगी सरकार के मंत्री जेपीएस राठौर का एक बयान हाल ही में सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि माफियाओं के ठिकानों पर पुलिस के द्वारा दबिश दी जा रही है। इनको पाताल लोक से भी खोज कर लाएंगे। जब ये पकड़े जाएं तो गाड़ी में बैठते समय हाय तोबा न करें, ड्राइवर असंतुलित होकर गाड़ी पलट न जाए।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr"><a href="https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH</a> माफियाओं के ठिकानों पर पुलिस के द्वारा दबिश दी जा रही है। इनको पाताल लोक से भी खोज कर लाएंगे। जब ये पकड़े जाएं तो गाड़ी में बैठते समय हाय तोबा न करें, ड्राइवर असंतुलित होकर गाड़ी पलट न जाए: उ.प्र. सरकार में मंत्री जे.पी.एस. राठौर <a href="https://t.co/lYjTNQpysX">pic.twitter.com/lYjTNQpysX</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href="https://twitter.com/AHindinews/status/1630836259512885249?ref_src=twsrc%5Etfw">March 1, 2023</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
बता दें कि यूपी पुलिस ने उमेश पाल की हत्या के मामले में एक आरोपी को एनकाउंटर में मार गिराया है। वहीं, बरेली जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ ने निचली अदालत में याचिका दायर कर गुहार लगाई है कि उसे जेल से बाहर न लाया जाए। अशरफ ने जेल ट्रांसफर या फिर कोर्ट में पेशी के दौरान अपनी हत्या की आशंका जताई है। साथ ही, दायर याचिका में सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है। अशरफ ने जेल ट्रांसफर और कोर्ट में व्यक्तिगत पेशी के दौरान समुचित सुरक्षा देने के निर्देश देने की मांग की है।
गौरतलब है कि बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके पुलिस सुरक्षा गार्ड संदीप निषाद की पिछले शुक्रवार को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल 2005 में प्रयागराज में हुई हत्या के मामले में एक प्रमुख गवाह था जिसमें अहमद और अन्य मुख्य आरोपी हैं।