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एक हिंदू शादी जिसमें न कन्यादान न पुरुष पंडित

अशय और शिवदा की शादी थोड़ी अलग थी। शादी में रीति-रिवाज सब हुए लेकिन पुरुष पंडित की जगह सारे संस्कार महिला पंडित ने कराए। भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे के बेटे और भाजपा के फॉरेन अफेयर्स कोश के विजय चौथवाले की भतीजी नागपुर में परिणय सूत्र में बंधे।
एक हिंदू शादी जिसमें न कन्यादान न पुरुष पंडित

इस शादी की खास बात एक और रही, इस शादी में कन्यादान की रस्म नहीं हुई। शादी में कन्यादान की रस्म न हो इसके लिए दूल्हे की मां नयना सहस्त्रबुद्धे दृढ़प्रतिज्ञ थीं। उनका मानना है कि कन्या कोई वस्तु नहीं है जिसका दान दिया जाए।

दोनों परिवारों का मानन था कि महिलाओं को हक मिलने चाहिए इसलिए विवाह जैसे महत्वपूर्ण संस्कार के लिए उन्होंने पुरुष के बजाय महिला पंडित का चुनाव किया। 

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