भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों के बाद भारत ने चीन को स्पष्ट संदेश दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा, "यदि पाकिस्तान ने जवाबी हमला किया, तो भारत दृढ़ता से जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।" यह बयान चीन द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को 'खेदजनक' बताने और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील के बाद आया है।
ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थामिल। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से 25 मिनट में 24 मिसाइलों से नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिसमें 80 से अधिक आतंकवादी मारे गए। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इसे 'सटीक और गैर-उत्तेजक' कार्रवाई बताया, जो जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकानों पर केंद्रित थी।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन ने ऑपरेशन को लेकर चिंता जताई और दोनों देशों से शांति बनाए रखने को कहा। जवाब में, भारत ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी, न कि पाकिस्तानी सेना या नागरिकों के खिलाफ। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने विदेशी राजनयिकों को ब्रीफिंग में बताया कि भारत तनाव बढ़ाने का इरादा नहीं रखता, लेकिन किसी भी आक्रामकता का जवाब देने के लिए तैयार है।
वहीं पाकिस्तान ने ऑपरेशन को 'युद्ध की कार्रवाई' करार देते हुए दावा किया कि आठ नागरिक मारे गए और उसने पांच भारतीय विमानों को मार गिराया, जिसे भारत ने खारिज किया। इसके बाद, पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू की, जिसमें नौ नागरिकों की मौत और 38 लोग घायल हुए। भारत ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन इसे संयमित रखा।
इस बीच, इजरायल ने ऑपरेशन की सराहना की, जबकि संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और रूस ने दोनों पक्षों से संयम की अपील की। भारत ने पांच देशों को ऑपरेशन की जानकारी दी, यह बताते हुए कि कोई भी सैन्य या नागरिक ठिकाना निशाना नहीं था। यह घटनाक्रम क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा सकता है, लेकिन भारत की सख्त नीति आतंकवाद के खिलाफ उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।