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चीन में तबाही मचाने वाले ओमिक्रॉन सब वेरिएंट बीएफ.7 की भारत में एंट्री, तीन नए मामलों की पुष्टि

चीन समेत दुनियाभर के कई देशों में एक बार फिर बढ़ते हाहाकार के बीच कोरोना वायरस ने भारत में भी चिंता...
चीन में तबाही मचाने वाले ओमिक्रॉन सब वेरिएंट बीएफ.7 की भारत में एंट्री, तीन नए मामलों की पुष्टि

चीन समेत दुनियाभर के कई देशों में एक बार फिर बढ़ते हाहाकार के बीच कोरोना वायरस ने भारत में भी चिंता बढ़ा दी है। भारत में भी ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट बीएफ.7 के तीन मामले पाए गए हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क हो गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को इसकी सूचना दी है। दरअसल, चीन में एक बार फिर कोरोना के बिगड़ते हालात के लिए ओमिक्रॉन का सबवैरिएंट BF.7 को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।  

वहीं, सरकार अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए हवाई अड्डों पर कोविड-19 परीक्षण संबंधी उपायों को फिर से शुरू कर रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बुधवार को कहा कि विदेशों से आने वाले लोगों के नमूनों की कोरोना वायरस के लिए औचक जांच की जाएगी। ताजा उपाय चीन में कोविड-19 मामलों में तेज उछाल के मद्देनजर किए गए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने भारत में बीएफ.7 के पहले मामले का पता लगाया था। उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात से दो मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है।

बता दें कि बीएफ.7, ओमीक्रोन के स्वरूप बीए.5 का एक उपस्वरूप है और यह काफी संक्रामक है। इसकी ‘इनक्यूबेशन’ अवधि कम है। यह पुन: संक्रमित करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की उच्च क्षमता रखता है, जिनका (कोविड-19) टीकाकरण हो चुका है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कोविड समीक्षा बैठक में विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि अभी तक कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन मौजूदा स्थिति पर नजर रखने के लिए लगातार निगरानी की आवश्यकता है।

मनसुख मंडाविया ने कहा “कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। मैंने सभी संबंधितों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने भी लोगों को सलाह दी कि वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का इस्तेमाल करें ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके।

डॉ. वीके पॉल ने कहा, “अगर आप भीड़-भाड़ वाली जगह, घर के अंदर या बाहर हैं तो मास्क का इस्तेमाल करें। कॉमरेडिटी वाले या अधिक उम्र के लोगों के लिए यह सब अधिक महत्वपूर्ण है।”

 

यहां आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, चीन के विभिन्न शहर वर्तमान में कोविड के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप ओमीक्रॉन और ज्यादातर बीएफ.7 की चपेट में हैं, जो बीजिंग में फैलने वाला कोरोना वायरस का मुख्य स्वरूप है। इसी के कारण चीन में वायरस संक्रमण के मामले अत्यधिक बढ़े हैं।

 

एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘चीन में बीएफ.7 के व्यापक प्रसार के लिए पिछले संक्रमण के साथ ही संभवतः टीकाकरण से चीनी आबादी में प्रतिरोधक क्षमता कम रहने को भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।’’

 

इसके मामले अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों सहित कई देशों में सामने आये हैं।

 

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हवाई अड्डों पर चीन और अन्य देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से कुछ के नमूने क्रमरहित आधार पर कोरोना वायरस की जांच के लिए लिये जाएंगे।

 

समीक्षा बैठक के बाद मंडाविया ने कहा कि कोविड-19 अभी खत्म नहीं हुआ है। ‘‘मैंने सतर्क रहने और निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने का निर्देश दिया है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।’’

 

सरकार स्थिति की निगरानी करने के लिए अगले सप्ताह फिर बैठक करेगी।

 

बैठक के दौरान, इस बात पर प्रकाश डाला गया कि केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना और तमिलनाडु शीर्ष पांच राज्य हैं, जहां कोविड के नये मामले सामने आये हैं। हालांकि, देश में कोविड के समग्र मामलों में लगातार गिरावट आई है।

 

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