देश भर में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। इस वायरस को लेकर केन्द्र और राज्य सरकार की तरफ से प्रयास के बावजूद लगातार कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। यह वायरस इतना खतरना है कि कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने पर उसे भी अपनी गिरफ्तर में लेता है। इससे सबसे ज्यादा खतरा मरीजों का इलाज कर डॉक्टरों को हैं। अब दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कुछ डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ को क्वारेंटाइन में भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक ये एक पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए थे।
क्वारेंटाइन में भेजे गए आरएमएल के डॉक्टर और नर्स
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राजधानी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के छह डॉक्टर और चार नर्स को कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने के चलते क्वारंटाइन में भेज दिया गया है।
देश में कोरोना मरीजों की संख्या हजार के पार
देश मे कोराना मरीजों की संख्या सोमवार को बढ़कर 1071 पहुंच गई है। इससे अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार शाम तक कोरोना के मरीजों की संख्या 1024 थी। हालांकि, उसके बाद भी कई राज्यों को कोरोना के नए मामले सामने आए हैं।
राजधानी दिल्ली में कोरोना के 23 नए केस
राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यहां पर रविवार को 23 नए कोरोना के केस आए हैं, जिसके बाद यहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 62 हो गई है। उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां से जा रहे मजदूरों से कहा कि वे लॉकडाउन का उल्लंघन न करें यहां पर खाने पीने की पर्याप्त व्यवस्था है।
राजधानी दिल्ली में अब तक दो लोगों की मौत
दिल्ली के एक निजी अस्पातल में यमन के एक नागरिक की शुक्रवार (27 मार्च) को कोरोना वायरस (कोविड-19) की वजह से मौत हो गई। इस वायरस से दिल्ली में मौत का यह दूसरा मामला है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। व्यक्ति को इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में 24 मार्च को उस वक्त भर्ती किया गया था, जब वह अचानक बेसुध होकर गिर पड़ा था। वो यहां लीवर डोनर के तौर पर आया था और जरूरी जांच के लिए अस्पताल में रुका था। दिल्ली में यमन के नागरिक के अलावा पश्चिम दिल्ली में रहने वाली 68 वर्षीय महिला की मौत कोविड-19 से हुई थी।
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और भारत समेत दुनिया के सभी देश कोरोना के संदिग्धों को 14 दिन के सेल्फ आइसोलेशन में भेजने के प्रॉटोकॉल को मान रहे हैं। अब अस्पताल के इस स्टाफ को इसी प्रॉटोकॉल के तहत 14 दिन खुद को सेल्फ आइसोलेशन में रखना होगा।