नए सांसद भवन का उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया जाना है। लेकिन इससे पहले ही सियासत इसलिए गरमा गई है क्योंकि करीब 19 विपक्षी दलों ने समारोह का बहिष्कार करने का मन बना लिया है। अब विदेशी दौरों से लौटे प्रधानमंत्री ने दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इशारों इशारों में विपक्षी दलों पर निशाना साधा है।
दिल्ली में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सिडनी के भारतीय प्रवासी कार्यक्रम को याद करते हुए कहा, "सिडनी में भारतीय प्रवासी कार्यक्रम में ना केवल ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री आए थे बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री भी पहुंचे थे। इसके अलावा विपक्षी दलों के सांसदों और सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने भी भाग लिया। यह लोकतंत्र की ताकत है कि इन सभी ने मिलकर भारतीय समुदाय के इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।"
#WATCH | The Indian diaspora event in Sydney was not only attended by the Australian PM but also by former PM, MPs from opposition parties, and the ruling party. This is the strength of democracy. All of them together participated in this program of the Indian community: PM Modi pic.twitter.com/S5ebMs6CsT
— ANI (@ANI) May 25, 2023
प्रधानमंत्री का यह बयान एक घमासान के बीच आया है। दरअसल, नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा किया जाने वाला है, यह बात विपक्षी दलों को स्वीकार्य नहीं है। विपक्षी दलों का कहना है कि राष्ट्रपति को यह कार्य करना चाहिए। ऐसे में राष्ट्रपति के पद की गरिमा का अपमान किया जा रहा है। यही वजह है कि 19 दल इसके बहिष्कार का ऐलान कर चुके हैं। अब प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया की एकजुटता की बात करते हुए कहीं ना कहीं यहां के विपक्षी दलों को एक जवाब दिया है।