उद्योगपति अनिल अंबानी की अगुआई वाले रिलायंस समूह ने कांग्रेस नेताओं तथा नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र के खिलाफ दायर 5,000 करोड़ रुपये के दीवानी अवमानना मामले को वापस लेने का फैसला किया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रिलायंस समूह ने कहा है कि उसका मानना है कि राफेल लड़ाकू जेट पर उनके बयान और संबंधित अखबार में प्रकाशित लेख आम चुनाव की वजह से राजनीतिक उद्देश्य से था। यह मामला अहमदाबाद अदालत में दायर किया गया है और इसकी सुनवाई शहर के सिविल और सेशन जज पीजे तमाकूवाला की अदालत में चल रही है।
रिलायंस का बयान
समूह ने बयान में कहा, ‘‘हमारा मानना है कि कुछ लोगों तथा कॉरपोरेट निकायों द्वारा रिलायंस समूह और डसॉल्ट एविएशन के बीच आफसेट करार को लेकर दिया गया अवमानना वाला बयान लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर राजनीतिक उद्देश्य से दिया गया था। लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 19 मई को पूरा हो गया है। इसके अलावा यह मुद्दा माननीय सुप्रीम कोर्ट में भी लंबित है।’’
बयान में किसी का नाम लिए बिना कहा गया है कि इन लोगों तथा कॉरपोरेट निकायों के खिलाफ दायर अवमानना के मुकदमों को वापस लेने का फैसला किया गया है। हालांकि, बयान में किसी का नाम नहीं लिया गया है।
कांग्रेस पार्टी और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले कुछ माह से लगातार फ्रांस से 36 राफेल जेट विमानों की खरीद के सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। गांधी लगातार दावा कर रहे हैं कि इस सौदे में आफसेट करार के जरिये अनिल अंबानी समूह को 30,000 करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाया गया है। रिलायंस ने राहुल गांधी के खिलाफ नहीं पर कुछ कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अवमानना का मामला दायर किया है। शिकायतकर्ता के वकील रासेष पारेख ने अहमदाबाद में कहा कि हमने बचाव पक्ष को सूचित कर दिया है कि हम उनके खिलाफ दायर मामले को वापस लेने जा रहे हैं।
इन नेताओं के खिलाफ हुई थी शिकायत
नेशनल हेराल्ड और अन्य लोगों के वकील पीएस चम्पनेरी ने कहा कि उन्हें रिलायंस समूह के वकील ने बताया है कि उसे अपने मुवक्किल से उनके खिलाफ दायर अवमानना मामले को वापस लेने का निर्देश मिला है। उन्होंने कहा कि गर्मियों के अवकाश के बाद अदालत जब खुलेगी जिसमें मुकदमे को वापस लेने की औपचारिक प्रक्रिया की जाएगी। अनिल अंबानी समूह की कंपनियों रिलायंस डिफेंस, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस एरोस्ट्रक्चर ने इससे पहले कांग्रेस नेताओं सुनील जाखड़, रणदीप सिंह सुरजेवाला, ओमान चांडी, अशोक चव्हाण, अभिषेक मनु सिंघवी, संजय निरुपम और शक्तिसिंह गोहिल और कुछ पत्रकारों तथा नेशनल हेराल्ड के खिलाफ दीवानी अवमानना का मामला दायर किया था। नेशनल हेराल्ड के संपादक जफर आगा तथा समाचार लिखने वाले विश्वदीपक के खिलाफ भी अवमानना का मामला दायर किया गया था।