घातक कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर में कई आयोजन रद्द हो रहे हैं और इसी कड़ी में बांग्लादेश ने भी शेख मुजीब उर रहमान की जयंती का शताब्दी समारोह रद्द कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह के मुख्य वक्ता थे और ऐसे में उनका बांग्लादेश रौदा रद्द हो गया है।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने कहा कि दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस को देखते हुए साल भर चलने वाले 'मुजीब वर्ष' के लिए प्रस्तावित समारोह को टाल दिया गया है। नई तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके बारे में विदेशी मेहमानों को सूचना दे दी जाएगी और समारोह में शामिल होने संबंधी उनके फैसले का स्वागत किया जाएगा।
इसी सप्ताह बांग्लादेशी संसद की स्पीकर शिरीन शरमिन चौधरी ने अपना भारत दौरा रद्द कर दिया। वह लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के निमंत्रण पर 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की अगुआई करने वाली थीं। प्रधानमंत्री मोदी 17 मार्च को बांग्लादेश जाने वाले थे लेकिन कोरोना के कारण इस दौरे को रद्द करना पड़ा है। सेलिब्रेशन कमिटी के चेयरमैन कमाल अब्दुल चौधरी ने बांग्लादेश सरकार के इस निर्णय को रद्द करने की जानकारी दी। रविवार को ही बांग्लादेश में 3 लोग कोरोना के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए जो हाल में इटली से लौटे थे।
सेलिब्रेशन कमिटी के चेयरमैन ने क्या कहा?
चौधरी ने कहा, 'हमने इस इवेंट को फिर से डिजाइन किया है। यह वर्ष भर चलने वाला कार्यक्रम रहेगा लेकिन फिलहाल लोगों की भीड़ से हमें बचना है। साल भर हम कार्यक्रम करेंगे और विदेश से आने वाली दिग्गज हस्तियां उनमें शामिल हो सकती हैं।' उन्होंने साथ ही कहा कि कोविड-19 से जुड़ी स्वास्थ्य घटनाओं को देखते हुए इस जन्म शताब्दी समारोह का फिलहाल दायरा कम किया जा रहा है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना बिना किसी सार्वजनिक सभा के समारोह का उद्घाटन करेंगी।
होनी थी मोदी की हसीना से द्विपक्षीय मुलाकात
मोदी 17 मार्च को बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की जन्मशती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे, इस दौरान उनकी शेख हसीना से अलग से द्विपक्षीय मुलाकात भी होनी तय थी। मोदी को पीएम शेख हसीना ने पड़ोसी देश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के शताब्दी समारोह में शामिल होने का न्योता दिया था। शेख मुजीबुर रहमान को 'फादर ऑफ बांग्लादेश' भी कहा जाता है।
ब्रसेल्स जाने का कार्यक्रम हुआ था रद्द
इस महीने ब्रसेल्स में पीएम मोदी यूरोपियन यूनियन के सम्मेलन में हिस्सा लेने जाने वाले थे लेकिन कोरोना के कारण ही उसे भी रद्द करना पड़ा। इस बीच उनके अलावा कई केंद्रीय मंत्री और नेता होली मिलन कार्यक्रमों में भी हिस्सा नहीं लेंगे।