भारत सरकार ने किसान आंदोलन में भड़काऊ और गलत सूचना सामग्री फैलाने वाले लोगों पर कड़ाई बरतनी शुरू कर दी है। इसके लिए सरकार ने सोमवार को ट्विटर पर 1,178 पाकिस्तानी-खालीस्तानी अकाउंट को हटाने के निर्देश दिए हैं। जो किसानों के विरोध प्रदर्शन में गलत जानकारी फैलाकर इसे और उग्र बनाने का प्रयास कर रहे थे। समाचार एजेंसी एनएनआई ने बताया कि फिलहाल ट्विटर को आदेशों का पूरी तरह पालन करना बाकी है।
केंद्र के निद्रेशों पर किसान आंदोलन में उत्तेजक हैशटैग का उपयोग करने वाले ट्विटर के 250 अकाउंटों को ब्लाक किया गया था। इसमें किसान एकता मोर्टा, बीकेयू एकता-उरगहन, ट्रैक्टर2वॉट शामिल हैं, जिनके हजारों फॉलोवर्स है जो इस विरोध में सक्रिय रूप से शामिल थे। हालांकि एक दिन इन अकाउंटों को ब्लॉक करने के बाद ट्विटर ने उन्हें फिर से यह कहते हुए अनब्लॉक कर दिया कि वह 'भड़काऊ भाषण' नहीं फैला रहे थे।
वहीं पिछले महीने, माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ने 300 से अधिक अकाउंटों को सस्पेंड कर दिया था, जो दल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के बाद इसे और उग्र बनाने में लगे थे।
बता दें कि दिल्ली पुलिस गणतंत्र दिवस पर लाल किले में हुई हिंसा की भी जांच कर रही है। जिसके खिलाफ कई लोगों और किसान नेताओं के ऊपर एफआईआर दर्ज की गई है।