छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच लगभग चार घंटे चली मुठभेड़ के एक दिन बाद आज शहीद जवानों की संख्या पांच से बढ़कर 22 हो गई। अब पुलिस ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक 17 जवानों के शव को बरामद कर लिया गया है। जबकि अब भी कई जवान लापता हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आधिकारिक तौर पर 31 जवानों के घायल होने की पुष्टि हुई है, जिनमें से लगभग एक दर्जन को इलाज के लिए राजधानी रायपुर भेज दिया गया है। शेष का इलाज यहीं पर अस्पताल में चल रहा है। पुलिस का मानना है कि कुछ नक्सलियों के भी मारे जाने की आशंका है, जिनके शव नक्सलियों के कब्जे में ही हैं।
प्राप्त सूचनाओं के अनुसार जंगल में पहाड़ियों से घिरे इलाके में सैकड़ों की संख्या में नक्सलियों ने पुलिस के संयुक्त गश्ती दल पर हमला किया। गश्ती दल में भी कम से कम सौ जवान होने की बात की जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि मुठभेड़ स्थल यहां से लगभग 75 किलोमीटर दूर है और वहां से अनेक जवानों के लौटने का इंतजार किया जा रहा है। इसके साथ ही और पुलिस बल भी घटनास्थल की ओर भेजा गया है। मुठभेड़ कल दिन में लगभग दो बजे प्रारंभ हुयी थी और जो देर शाम तक चली। पहाड़ियों से घिरे सघन वन इलाके में कल देर रात तक पांच जवानों के शहीद होने की पुष्टि वरिष्ठ अधिकारी ने की थी। घायलों में से 12 जवानों को कल देर शाम ही हेलीकॉप्टर से रायपुर भेज दिया गया था, शेष लगभग 24 जवानों को इलाज के लिए बीजापुर अस्पताल लाया गया था।
पुलिस का कहना है कि यह मुठभेड़ बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर तररेम इलाके के जंगलों में हुयी। बताया गया है कि यहां पर कुछ दिनों से नक्सलियों के एकत्रित होने की सूचना पर गश्ती दल भेजा गया था। शहीद हुए और घायल जवानों के नामों के बारे में खुलासा होना शेष है।