देश में कोरोना का टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने से पहले आज 8 जनवरी को सभी 736 जिलों में ड्राई रन किया जा रहा है। इसमें तैयारी इस बात की है कि कैसे लोगों को कोरोना का टीका लगाना है, उसकी पूरी प्रक्रिया क्या है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक, ड्राई रन में अस्पताल तक जाने, लोगों को बुलाने, फिर डोज देने की पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाता है। मुख्य रूप से इसमें वैक्सीन के स्टोरेज, वितरण और टीकाकरण की तैयारियों को परखा जाता है। जो कि शहर के बड़े सरकारी अस्पतालों या अन्य जगहों पर की जा रही हैं।
इससे पहले 28 और 29 दिसंबर को चार राज्यों में दो दिन के लिए ड्राई रन किया गया था। इसके बाद 2 जनवरी को सभी राज्यों में ड्राई रन चलाया गया था और अब 33 राज्यों (हरियाणा, हिमाचल और अरुणाचल को छोड़कर) और केंद्रशासित प्रदेशों में वैक्सीन का फिर से ड्राई रन शुरू हो रहा है।
गौरतलब है कि गुजरात, पंजाब, असम और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन को लेकर अच्छे नतीजे सामने आए थे। इसके बाद सरकार ने पूरे देश में ड्राई रन को लागू करने का निर्णय किया था। वहीं गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की थी।
माना जा रहा है कि देश में टीकाकरण कार्यक्रम अगले सप्ताह से शुरू हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को बताया गया था कि कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद टीकाकरण का कार्यक्रम 10 दिन बाद शुरू हो सकता है। कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को लेकर डीसीजीआई ने 3 जनवरी (रविवार) को अपनी मंजूरी दी थी। इस लिहाज से 13 या 14 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू हो सकता है।
गौरतलब है कि भारत में कोरोना के दो टिके को मंजूरी मिल चुकी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की अनुमति मिली है। कोरोना के टीके को मंजूरी मिलने के बाद देश अब वैक्सिनेशन प्रोग्राम का इंतजार कर रहा है।