चक्रवाती तूफान 'गुलाब' आज लैंडफॉल करेगा। इसको लेकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। इन दोनों राज्यों में मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। दोनों राज्यों के कई जिलों में अगले तीन दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है। ओडिशा में ओडीआरएफ की टीम भेजी गई है साथ ही एनडीआरएफ की टीम को भी भेजा गया है।
एएनआई से आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर.के. जेनामनी ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात 'गुलाब' के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। दक्षिण ओडिशा और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश को आज के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवात के देर शाम/रात में लैंडफॉल की उम्मीद है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चक्रवात गुलाब की तैयारियों को लेकर चक्रवात प्रभावित 11 ज़िलों के ज़िलाधिकारियों के साथ बैठक की है।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पी.के. जेना ने कहा कि चक्रवात गुलाब अभी गोपालपुर से 180 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की तरफ स्थित है। दक्षिण-पूर्व दिशा की तरफ चल रहा है। इसके आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टनम और ओडिशा के गोपालपुर के बीच आज देर शाम/रात तक लैंडफाल की संभावना है। निगरानी रखी जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि मार्ग और लैंडफॉल का ठीक समय 2-3 घंटों में ज्यादा स्पष्ट हो पाएगा। प्रभाव की वजह से गंजम, गजपति में हवा की गति 70-80 किलोमीटर रहने की संभावना है। भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। 11 ज़िलों में अलर्ट जारी किया गया है। एनडीआरएफ की 24 टीमों को तैनात किया गया है।
शनिवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर उससे निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है।
तूफान की वजह से बंगाल के कई हिस्सों में, कोलकाता, हावड़ा, मिदनापुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना में भारी बारिश की आशंका है।
इस तूफान के उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तट से आज रविवार की शाम को 75 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरने की संभावना है। इसकी अधिकतम गति 95 किलोमीटर तक होने का अनुमान बताया गया है। इसकी वजह से इलाके में भारी बारिश होने की संभावना है। तूफान की वजह से आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जबकि ओडिशा के गंजम और गजपति जिलों के प्रभावित होने की आशंका है।
बयान के मुताबिक यह सुनिश्चित किया गया है कि कोविड-19 प्रोटोकाल का अनुपालन किया जाए। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने दोनों राज्यों में अपनी 18 टीमें तैनात की है और अन्य को तैयार रखा है। सेना और नौसेना के बचाव दल को भी उनके पोतों और विमानों के साथ तैनात किया जा रहा है।