जम्मू-कश्मीर के बडगाम से कथित रूप से अगवा हुए एक आर्मी जवान के बारे में रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रतिक्रिया दी गई है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अगवा हुए आर्मी जवान को लेकर मीडिया रिपोर्ट गलत है। सेना का जवान सुरक्षित है।
इससे पहले कहा जा रहा था कि कुछ संदिग्धों द्वारा उनका अपहरण कर लिया गया है। जवान मोहम्मद यासीन भट छुट्टी पर अपने घर आए थे। भट 26 फरवरी से 31 मार्च तक छुट्टी पर हैं। कहा जा रहा था कि सेना के साथ विशेष अभियान समूह ने इस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि यासीन को जंगल क्षेत्र की ओर ले जाया गया जो उसके घर से कुछ किलोमीटर दूर है।
अगवा होने की मीडिया रिपोर्ट गलत, ये शख्स सुरक्षित: रक्षा मंत्रालय
इस तरह की खबरों को लेकर रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि इस जवान के किडनैप होने की खबर ही गलत है। रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने शनिवार को एक ट्वीट करते हुए बताया, 'सेना में कार्यरत एक आर्मी जवान (मोहम्मद यासीन) के छुट्टी के दौरान बड़गाम के काजीपुरा (जम्मू-कश्मीर) से अगवा होने की मीडिया रिपोर्ट गलत है। ये शख्स सुरक्षित है। अफवाहों पर ध्यान ना दें।'
छुट्टी पर आए सेना के जवानों को अक्सर निशाना बनाते हैं आंतकी
अक्सर देखा गया है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी छुट्टी पर आए सेना के जवानों को अक्सर निशाना बनाते हैं। दरअसल आतंकी सेना द्वारा आतंकियों के खात्मे के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन ऑलआउट से खौफजदा हैं। सेना इस ऑपरेशन के तहत घाटी से आतंकियों का खात्मा करने में लगी हुई है। इससे आतंकी सेना के जवानों को एकांत में निशाना बना रहे हैं।
इससे पहले सेना के जवान औरंगजेब को अगवा कर लिया था
इससे पहले भी घाटी में जवानों के अपहरण और उनकी हत्याओं की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पिछले साल आतंकियों ने सेना के जवान औरंगजेब को अगवा कर लिया था। आतंकियों ने उन्हें तब अकेले में पकड़ा था जब वह छुट्टी के दौरान घर आ रहा था। बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी।
मई में आतंकियों ने की थी एक जवान की हत्या
मई, 2017 में भी एक ऐसी ही घटना सामने आई थी। तब लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों ने अखनूर से एक जवान का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी। वह छुट्टियां मनाने घर आए थे। एक शादी समारोह में वह शामिल होने गए थे, जहां से आतंकियों ने उन्हें अगवा कर लिया था और गोलियों से छलनी कर कत्ल कर दिया था।