दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट ने दिल्ली हिंसा के दौरान पुलिस पर फायरिंग करते दिखे युवक शाहरुख को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है।
मंगलवार को तीन दिन की हिरासत खत्म होने के बाद शाहरुख को कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। शाहरुख को उत्तर प्रदेश के शामली से गिरफ्तार किया गया था। शाहरुख पर आरोप है कि उन्होंने दंगे के दौरान दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल दीपक दहिया पर पिस्टल तानी थी और कई राउंड फायरिंग की थी। जिसका विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
शाहरुख दिल्ली के थाना उस्मानपुर का रहने वाला है। दिल्ली हिंसा के दौरान पिस्तौल लहराने के बाद से वह फरार था। बाद में उसकी गिरफ्तारी शामली से हुई। सूत्रों ने बताया कि पुलिस रिमांड के दौरान शाहरुख की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच एसआईटी ने घटना में उसकी इस्तेमाल की गई अवैध पिस्तौल जब्त कर ली थी। हालांकि, घटना वाले दिन शाहरुख के पास मौजूद 1-2 जिंदा कारतूस नहीं मिले थे। इससे पहले पुलिस को घटनास्थल से शाहरुख की पिस्तौल से चलाई गई गोलियों के खोखे मिलने की बात सामने आई थी।
पुलिस के सामने की थी फायरिंग
आरोपी युवक शाहरुख ने दिल्ली के मौजपुर इलाके में पुलिस के सामने 3 बार फायरिंग की थी। हालांकि उसके पास उस समय 5 कारतूस थे। पुलिस ने जानकारी दी थी कि आरोपी के पास बरामद देसी सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल मुंगेर की बनी हुई है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया था।
हेड कॉन्स्टेबल दीपक दहिया पर तानी थी पिस्तौल
जानकारी के मुताबिक मुंगेर में हथियारों की फैक्ट्री में काम करने वाले एक कर्मचारी से उसने ये पिस्तौल खरीदी थी। एसीपी क्राइम ब्रांच के अनुसार, जांच अधिकारी उस शख्स की तलाश में जुटे हुए हैं जिसने शाहरुख को ये पिस्तौल मुहैया कराई थी। उस शख्स की गिरफ्तारी से शाहरुख के मुंगेर जिले के अवैध हथियार डीलरों से संबंधों का खुलासा हो सकता है।