प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान विधेयकों के विरोध के मामले में सरकार का पक्ष साफ किया है। आज कई परियोजनाओं का शुभारंभ करने बिहार पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि किसान और ग्राहक के बीच जो बिचौलिए होते हैं, जो किसानों की कमाई का बड़ा हिस्सा खुद ले लेते हैं, उनसे बचाने के लिए ये विधेयक लाना बहुत जरूरी था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये तीन बिल ये विधेयक किसानों के लिए रक्षा कवच बनकर आए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों और लोगों द्वारा अब ये दुष्प्रचार किया जा रहा है कि सरकार के द्वारा किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं दिया जाएगा। ये भी मनगढ़ंत बातें कही जा रही हैं कि किसानों से धान-गेहूं इत्यादि की खरीद सरकार द्वारा नहीं की जाएगी। उन्होंनेकहा कि ये सरासर झूठ है, गलत है, किसानों को धोखा है। मगर ऐसे लोग भूल रहे हैं कि देश का किसान जागृत है। वह ये देख रहा है कि कुछ लोगों को किसानों को मिल रहे नए मौके पसंद नहीं आ रहे। देश का किसान ये देख रहा है कि वो कौन से लोग हैं, जो बिचौलियों के साथ खड़े हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों के लिए जितना एनडीए शासन में पिछले 6 सालों में किया गया है, उतना पहले कभी नहीं किया गया। अन्नदाता किसानों को होने वाली एक-एक दिक्कतों को समझते हुए, एक-एक परेशानी को दूर करने के लिए हमारी सरकार ने लगातार प्रयास किया है। मैं देशभर के किसानों को इन विधेयक के लिए बहुत बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि जिस एपीएमसी एक्ट को लेकर अब ये लोग राजनीति कर रहे हैं, एग्रीकल्चर मार्केट के प्रावधानों में बदलाव का विरोध कर रहे हैं, उसी बदलाव की बात इन लोगों ने अपने घोषणापत्र में भी लिखी थी, मगर अब जब एनडीए सरकार ने ये बदलाव कर दिया है, तो ये लोग इसका विरोध करने पर उतर आए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपना उत्पाद, जहां चाहे वहां बेच सकता है, मगर सिर्फ मेरे किसान भाई-बहनों को इस हक से वंचित रखा गया था। अब नए प्रावधान लागू होने की वजह से, किसान अपनी फसल को देश के किसी भी बाजार में, अपनी मनचाही कीमत पर बेच सकेगा।
उन्होंने कहा, 'मैं आज देश के किसानों को साफ संदेश देना चाहता हूं। आप किसी भी प्रकार के भ्रम में मत पड़िए। इन लोगों से देश के किसानों को सतर्क रहना है। ऐसे लोगों से सावधान रहें, जिन्होंने दशकों तक देश पर राज किया और जो आज किसानों से झूठ बोल रहे हैं।'